शराब का ठेका हटवाने के लिए महिलाओं का चूल्हा आंदोलन, मैनपुरी में अफसरों ने नहीं की सुनवाई तो बैठ गईं खाना बनाने
मैनपुरी के शिवपुरा गांव में, 100 से अधिक महिलाओं ने 11 दिनों से देशी शराब का ठेका बंद करा दिया है। ठेका संचालक के विरुद्ध कार्रवाई न होने पर महिलाओं न ...और पढ़ें

शराब के ठेके के सामने रोटी बनाती महिलाएं।
संवाद सूत्र, जागरण. भोगांव। मैनपुरी में इन दिनों अनोखा आंदोलन चल रहा है। गांव शिवपुरा में 100 से अधिक महिलाओं ने 11 दिनों से ठेका देशी शराब बंद करा दिया है। ठेका संचालक के विरुद्ध कोई कार्रवाई न होने से महिलाओं ने सोमवार को ठेका के सामने ही आंदोलन शुरू कर दिया। महिलाएं ठेका के सामने ही चूल्हा जलाकर खाना भी यहीं बना रही हैं। इससे मामला गरमा गया है।
छेड़खानी और अभद्र व्यवहार करते हैं शराबी
आंदोलनकारी शिवपुरा निवासी शिमला देवी का कहना है कि ठेका देशी शराब अपुरपुर शशि प्रभा पाल के नाम आवंटित हुआ है। यह ठेका शिवपुरा गांव में खोल दिया है जबकि यह गांव इस ग्राम पंचायत में भी नहीं है और न ही विकासखंड है। अपुरपुर ब्लाक बेवर में पड़ता है। जबकि शिवपुरा गांव अपुरपुर से दो किमी दूर है। यहां ठेका खुलने से गांव की महिलाओं, स्कूली छात्राओं के साथ अभद्र व्यवहार व छेड़खानी जैसी घटनाएं होती है।
डीएम और एसडीएम को दी शिकायत, फिर भी नहीं हटा ठेका
दूसरी महिला राजवती ने बताया कि जिलाधिकारी, उपजिलाधिकारी से लेकर आलाधिकारियों को उनके कार्यालय में सभी महिलाओं ने ज्ञापन दिया है फिर भी ठेका को हटाया नहीं गया जबकि हम महिलाओं ने घर छोड़कर अब आंदोलन शुरू कर दिया है। यह आंदोलन तब तक रहेगा, जब तक ठेका यहां से हटकर अपने असल आवंटन वाले स्थान पर स्थानांतरित नहीं हो जाता है। सोमवार को आंदोलन शुरू करने के बाद महिलाओं ने ठेका के सामने ही आंदोलन स्थल पर चूल्हा जलाकर खाना बनाया।
इस दौरान मिथलेश लोधी, सीमा देवी, ओमवती, गुड्डी देवी, मीना, कमलेश, शांति देवी, शशि, सरोजनी, रजनी, किताबश्री, नीटी, मीरा देवी, मनोरमा देवी, मंजू देवी, फूल श्री, राजवती, श्यामा, अर्पणा, अवंती देवी आदि मौजूद थीं।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।