476 जोड़ों ने एक साथ सात फेरे लेकर बनाया अनोखा रिकॉर्ड: DM ने दिया आशीर्वाद, मैनपुरी में दिखी हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल
एक विशाल कार्यक्रम में 476 जोड़ों ने एक साथ विवाह किया। यह सामूहिक विवाह एक सामाजिक संस्था द्वारा आयोजित किया गया था, जिसका उद्देश्य गरीब परिवारों की मदद करना था। इस समारोह में विभिन्न समुदायों के जोड़े शामिल हुए। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विवाह संपन्न हुआ। संस्था ने जोड़ों को गृहस्थी का सामान भी दिया।

नुमाइश पंडाल में आयोजित सामूहिक विवाह योजना में एक दूसरे को वर माला पहनाते जोड़े। जागरण
जागरण संवाददाता, मैनपुरी। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत आयोजित भव्य समारोह सामाजिक सद्भाव और लोककल्याण का अद्भुत नजारा पेश करता दिखा। सामूहिक विवाह समारोह में 476 जोड़ों ने एक दूसरे का हाथ थाम कर सात फेरे लेते हुए सात जन्मों तक साथ रहने का वचन लिया। समारोह में हिंदू के साथ मुस्लिम जोड़े भी शामिल रहे।
जिलाधिकारी ने नवदंपतियों को दिया आशीर्वाद
जिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह ने वर-वधुओं को आशीर्वाद देते हुए कहा कि अनेकता में एकता का यह आयोजन समाज में सौहार्द का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि इस आयोजन में 476 जोड़ों का विवाह संपन्न कराया गया। हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के विवाह एक ही परिसर में समान सम्मान के साथ संपन्न होना जनपद की गंगा-जमुनी संस्कृति की मिसाल है।
हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल बना समारोह
जिलाध्यक्ष ममता राजपूत ने कहा कि यह आयोजन सिर्फ विवाह संस्कार का उत्सव नहीं, बल्कि सामाजिक एकता और बेटियों के सम्मान का प्रतीक है। पुलिस अधीक्षक गणेश प्रसाद शाहा ने कहा कि एक ही छत के नीचे दोनों समुदायों के विवाह का आयोजन सामाजिक सद्भाव को मजबूत करता है।
मुख्य विकास अधिकारी नेहा बंधु ने बताया कि इस बार योजना की धनराशि बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दी गई है। इसमें 60 हजार रुपये वधु के खाते में, 25 हजार रुपये का गृहस्थी सामग्री किट और 15 हजार रुपये आयोजन पर व्यय किए गए हैं।
सामूहिक विवाह समारोह में यह रहे मौजूद
पूर्व विधायक अशोक सिंह चौहान, पूर्व जिलाध्यक्ष प्रदीप चौहान ने भी संबोधित किया। समारोह में नगर पालिका अध्यक्ष संगीता गुप्ता, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि गोविंद सिंह भदोरिया, अपर पुलिस अधीक्षक अरूण कुमार, उप जिलाधिकारी कुरावली नीरज कुमार द्विवेदी, क्षेत्राधिकारी संतोष कुमार, जिला विकास अधिकारी अजय कुमार, परियोजना निदेशक सत्येंद्र कुमार, उपायुक्त एनआरएलएम शोकत अली, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी रविंद्र गौर, बाल संरक्षण अधिकारी अल्का मिश्रा आदि उपस्थित रहे।

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