UP News: मैनपुरी में ठगी करने वाले तीन शातिर गिरफ्तार, ऑनलाइन गेमिंग के माध्यम से 60 लाख रुपये की लगा चुके हैं चपत
मैनपुरी पुलिस ने साइबर और स्वाट टीम के साथ मिलकर ऑनलाइन गेमिंग के माध्यम से ठगी करने वाले तीन शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इन अपराधियों ने तीन ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, मैनपुरी। कोतवाली पुलिस के साथ स्वाट और साइबर टीम ने आनलाइन गेमिंग के माध्यम से लाखों रुपये की ठगी करने वाले तीन शातिरों को गिरफ्तार किया है।
टीम ने 34 अकाउंट सीज कर पांच डेबिट कार्ड, एक लैपटॉप, सात मोबाइल भी बरामद किए हैं। कार्रवाई के दौरान गैंग के अन्य आरोपित फरार हो गए। एएसपी नगर ने घटना का राजफाश किया है। पकड़े गए शातिरों को जेल भेज दिया गया है।
गुरुवार को पुलिस लाइन सभागार में एएसपी नगर अरुण कुमार सिंह ने पकड़े गए शातिर आरोपितों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि साइबर टीम को कुछ शातिर अपराधियों द्वारा आनलाइन गेमिंग के माध्यम से ठगी करने की जानकारी मिली थी। जिस पर बुधवार की रात साइबर थाना टीम ने कोतवाली पुलिस और स्वाट टीम के साथ तीन संदिग्ध युवकों को तलाश शुरू कर दी।
रात में साढ़े नौ बजे के करीब कोतवाली प्रभारी फतेह बहादुर सिंह भदौरिया, स्वाट टीम प्रभारी जितेंद्र सिंह चंदेल, साइबर थाना प्रभारी अनिरुद्ध प्रताप सिंह ने टीम के साथ कार्रवाई करते हुए पुलिस लाइन रोड स्थित सर्किट हाउस के निकट से तीन संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया।
पकड़े गए शातिरों ने अपने नाम शिवम यादव, अंकुश यादव निवासीगण नगला नरिया थाना जसवंतनगर इटावा और अरुण यादव निवासी अंगौथा नगरिया कोतवाली मैनपुरी बताए।
कड़ाई से पूछताछ पर आरोपितों ने अपना अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि वह लोगों से आनलाइन बिना पंजीकरण वाले मोबाइल गेम तीन पत्ती, एविएटर, बैट 69 आदि पर सेलिब्रिटी का फोटो लगाकर अपना लिंक एड कराकर आफर देते थे।
लालच में आकर लोग लिंक ओपन करके गेम खेलने लगते थे। इसके बाद वह पहले तो धनराशि देकर गेम को जितवाते थे और फिर मोटी रकम डलवाकर उन्हें गेम हरा देते थे।
कार्रवाई के दौरान टीम ने एक लैपटाप, सात मोबाइल, पांच डेबिट कार्ड और एक डायरी भी बरामद की है। पकड़े गए शातिरों को न्यायालय पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है। अब पुलिस गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है।
शातिरों ने लाखों की ठगी के लिए अलग-अलग खुलवाए 40 बैंक खाते
एएसपी ने बताया कि नगर के पंजाबी कालोनी निवासी खाता धारक रामदुलारे शर्मा द्वारा शिकायत देकर बताया कि वह मजदूरी पर टाइल लगाने का काम करता है। उन्होंने अरुण यादव के फूफा के घर टाइल लगाने का काम किया था।
तभी जान पहचान होने के बाद अरुण ने गुमराह करके उनका एसबीआई में खाता खुलवाया और एटीएम व पासबुक अपने पास रख लिए। बाद में पता चला कि अरुण और शिवम ने नोएडा में रहकर लाखों रुपये उनके खाते में डलवाए हैं।
शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कर साइबर टीम ने कार्रवाई शुरू की। एएसपी ने बताया कि पकड़े गए आरोपित बेहद शातिर किस्म के अपराधी हैं। तीनों शातिर अपने साथियों के साथ लोगों से 60 लख 56 हजार से अधिक की धनराशि ठग चुके हैं।
प्रदेश के अलावा ये राजस्थान, जम्मू कश्मीर, केरल, हरियाणा और मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों में आनलाइन गेमिंग के माध्यम से ठगी की 11 शिकायतें दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि बरामद हुए मोबाइलों से जानकारी हुई कि आरोपितों ने लगभग 40 बैंक खाते खुलवाकर ठगी की धनराशि ट्रांसफर की है। टीम ने 36 खातों को फ्रीज कराकर बाकी अन्य को लेकर कार्रवाई जारी है।

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