Mainpuri News: निजी कंपनी के मैनेजर ने किया सुसाइड, सहकर्मियों की प्रताड़ना और वेतन रुकने से तंग आकर खाया जहर
मैनपुरी में एक निजी कंपनी के मैनेजर ने सहकर्मियों की प्रताड़ना और वेतन रोके जाने से तंग आकर जहर खा लिया जिससे उनकी मौत हो गई। मृतक की पत्नी ने छह लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है जिसमें प्रताड़ना और घोटाले के आरोप लगाए गए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मामला सहकर्मियों की प्रताड़ना से जुड़ा है।

जागरण संवाददाता, मैनपुरी। ऑफिस में सहकर्मियों की प्रताड़ना और वेतन रोके जाने से तंग आकर एक निजी कंपनी के मैनेजर ने विषाक्त पदार्थ का सेवन कर लिया। सैफई मेडिकल कॉलेज में उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। मृतक की पत्नी ने छह लोगों के खिलाफ थाने में तहरीर देकर प्राथमिकी दर्ज कराई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
28 अगस्त को खाया था विषाक्त
कोतवाली क्षेत्र के मुहल्ला हरिदर्शन नगर निवासी सूरज भान सिंह काफी समय से सोसाइटी डिस्ट्रीब्यूटर प्राइवेट लिमिटेड पीएंडजी कंपनी किशनी रोड खरपरी में मैनेजर के रूप में काम कर रहे थे। 28 अगस्त को उन्होंने विषाक्त पदार्थ का सेवन कर लिया। इससे उनकी हालत बिगड़ गई। उपचार के लिए उन्हें सैफई पीजीआइ में भर्ती कराया गया। जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।
पति को ऑफिस के लोग करते थे अपमानित
उनकी पत्नी मंजेश चौहान का आरोप है कि पति अक्सर बताया करते थे कि साथ काम करने वाला निशू भदौरिया आए दिन उन्हें अपमानित करता है। बताया कि ब्रांच में घोटाला चल रहा है, इसमें कानपुर के अधिकारी भी निशू के साथ मिले हैं। निशू अपने सीनियर अधिकारी धीरज व अन्य लोगों को भड़का कर पति को मानसिक तनाव दे रहा था।
पति ने परेशान होकर दिया था तीन बार रिजाइन
पति ने परेशान होकर तीन बार रिजाइन भी दिया था, मगर कंपनी की ओर से कोई जवाब नहीं आया। पुष्पेंद्र पांडेय व प्रेमशंकर पति पर दबाव बनाते थे कि अगर नौकरी करनी है तो निशू से माफी मांगो। इस बीच पति ने घोटाले को लेकर निशू की शिकायत कर दी थी, उसके साथ पवन कुमार भी मिला था। यह सभी लोग अब पति पर दबाव बना रहे थे कि घोटाले की भरपाई तुम्हें करनी होगी। इसी से परेशान होकर पति ने 28 अगस्त को जहरीला पदार्थ खा लिया था। शाम को मेडिकल कॉलेज सैफई में उनकी मृत्यु हो गई।
पुलिस का है ये कहना
सीओ सिटी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि उक्त मामले में पत्नी की तहरीर पर निशू भदौरिया, धीरज, यारेंद्र, पुष्पेंद्र पांडेय, प्रेम शंकर, पवन कुमार के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले में गहनता से जांच कर कार्रवाई करेगी।
वेतन न मिलने से तनाव में थे मैनेजर
मृतक की पत्नी ने आरोप लगाया कि ब्रांच में चल रहे घोटाले की पति ने उच्चाधिकारियों को शिकायत कर दी थी। इससे नाराज होकर अधिकारियों ने पति का दो माह का वेतन रोक लिया था। दबाव और वेतन रुकने से पति काफी तनाव में आ गए थे। उनका आगरा के एक डॉक्टर के यहां उपचार चल रहा था।
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