Smart Meters: रिचार्ज खत्म होते ही बिजली गुल... सर्वर से जुड़े 7492 स्मार्ट मीटर, हर पल की रीडिंग अब जेब में
मैनपुरी में दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम ने 7492 स्मार्ट मीटरों को प्रीपेड किया। अब बिजली का बिल मोबाइल से नियंत्रित होगा और रिचार्ज खत्म होते ही बिजली गुल हो जाएगी। उपभोक्ताओं को ऊर्जा ऐप के माध्यम से मीटर का संचालन करना होगा। विभाग ने इस बदलाव की सूचना पहले नहीं दी जिससे उपभोक्ताओं को बकाया राशि के मैसेज मिल रहे हैं।

बीरभान सिंह, मैनपुरी। स्मार्ट मीटर के साथ बिजली की बिलिंग भी अब स्मार्ट हो रही है। नगर में 7492 स्मार्ट मीटर को दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (डीवीवीएनएल) ने सीधे सर्वर से जोड़कर दिया है। रातों-रात विधा परिवर्तित कर इन्हें पोस्टपेड से प्रीपेड कनेक्शन में परिवर्तित कर दिया है।
अब मीटर का पूरा संचालन सीधे उपभोक्ता की जेब में रखे मोबाइल से ही होगा। रीचार्ज खत्म होते ही घर की बिजली भी ठप पड़ जाएगी। सिग्नल से नियंत्रित होने वाली स्मार्ट मीटर की चिप का पूरा नियंत्रण बिजली विभाग के कंट्रोल रूम के हाथ होगा।
नगर के मीटरों की बदली विधा, रातों-रात कर दिए गए प्रीपेड
नवंबर 2024 से नगर में पुराने डिजिटल मीटर को उतारकर उनके स्थान पर स्मार्ट मीटर स्थापित कराए जा रहे थे। अभी तक कुल 40 हजार मीटर स्थापित किए जा चुके हैं। सभी पोस्टपेड प्रक्रिया पर ही चल रहे थे। पिछले एक सप्ताह में डीवीवीएनएल द्वारा नियमित भुगतान करने वाले 7492 उपभोक्ता के मीटर को अब पूरी तरह से प्रीपेड कर दिया है।
इनकी बिलिंग की प्रक्रिया अब मोबाइल से नियंत्रित रहेगी। सात-सात दिन की उपभोग की गई बिजली की रीडिंग और उसका बिल मोबाइल पर अपडेट होगा।
रीचार्ज खत्म होते ही ठप हो जाएगी बिजली
उपभोक्ता सिमकार्ड की तरह से ही अपने प्रीपेड मीटर को भी रीचार्ज करेंगे। जितनी यूनिट खपत होगी, उतनी ही राशि रीचार्ज से कट जाएगी। रीचार्ज खत्म होते ही मीटर निष्क्रिय हो जाएगा, जिसे दोबारा रीचार्ज करना होगा। डीवीवीएनएल के सर्वर के सिग्नल से मीटर की चिप नियंत्रित होगी। कंट्रोल रूम द्वारा सभी उपभोक्ताओं के मीटर की मानीटरिंग की जाएगी।
यह आ रही है तकनीकी समस्या
विभाग ने विधा परिवर्तन की सूचना किसी भी उपभोक्ता को नहीं दी। जून माह की खपत के अनुसार आए बिल का भुगतान सभी उपभोक्ता जुलाई के प्रथम सप्ताह में कर चुके हैं। 10 जुलाई से निरंतर दोबारा बकाया राशि के मैसेज आना आरंभ हो गए हैं। उपभोक्ता की समस्या है कि यदि वे फिर से भुगतान करते हैं तो उनका पूरा बजट बिगड़ जाएगा। हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि अभी कुछ दिन उन्हें राहत दी जाएगी। फिर स्वयं रीचार्ज करके बिजली जलानी होगी।
ऊर्जा एप से संचालित होगा मीटर
उपभोक्ता को मोबाइल में ऊर्जा एप डाउनलोड करना होगा। साइन अप करके जिला, वितरण क्षेत्र चुनकर उसमें 10 अंकों का बिजली अकाउंट नंबर भरकर पंजीकृत मोबाइल से भेजना होगा। ओटीपी डालते ही सक्रिय हो जाएगा। अपना पासवर्ड भरकर उपभोक्ता मीटर से संबंधित संपूर्ण जानकारी ले सकते हैं।
एक नजर में स्थिति
- 2.90 लाख उपभोक्ता के घर में स्मार्ट मीटर स्थापित होने हैं।
- 56 हजार घर में स्थापित किए जा चुके हैं।
- 40 हजार अकेले नगर में स्थापित किए गए हैं।
- 7492 को प्रीपेड मीटर में परिवर्तित कर दिया गया है।
सभी स्मार्ट मीटर आने वाले दिनों में प्रीपेड हो जाएंगे। अभी सिर्फ उन उपभोक्ताओं के कनेक्शन प्रीपेड किए गए हैं जो समय पर भुगतान करते हैं। इससे उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी। मनमाने बिल की शिकायत भी दूर होगी। वे स्वयं अपने घर पर नियंत्रण रख सकेंगे। - अनिल कुमार वर्मा, अधिशासी अभियंता, वितरण खंड-प्रथम।
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