CBSE टॉपर कनिष्का राजपूत बनीं एक दिन की डीएम, पिता की आंखें खाेने के बाद देखा है आईएएस बनने का सपना
मैनपुरी में मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत, सीबीएसई की टॉपर कनिष्का राजपूत और काव्या को एक दिन के लिए डीएम बनाया गया। जिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह की उपस्थिति में उन्होंने प्रशासनिक कार्यों को समझा और फरियादियों की शिकायतें सुनकर उनके निवारण के लिए निर्देश दिए। कनिष्का आईएएस बनना चाहती हैं, जबकि काव्या इंजीनियर बनकर देश की सेवा करना चाहती हैं।

बारहवीं की सीबीएसई की टॉपर छात्रा कनिष्का राजपूत ने एक दिन संभाली डीएम की कुर्सी।
जागरण संवाददाता, मैनपुरी। मिशन शक्ति अभियान-5.0 के अंतर्गत सोमवार को बारहवीं की सीबीएसई की टापर छात्रा कनिष्का राजपूत ने सोमवार को एक दिन के लिए डीएम की कुर्सी संभाली। वहीं दोपहर में दसवीं की मंडल टापर काव्या भी एक दिन की डीएम बनीं। जिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह की उपस्थिति में न सिर्फ प्रशासनिक दायित्वों के निर्वहन का तरीका समझा, बल्कि फरियादियों की शिकायतें सुनकर उनके निदान के लिए निर्देश भी दिए।
मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत सीबीएसई की टॉपर छात्रा को सौंपी गई जिम्मेदारी
शासन के आदेश पर विभिन्न बोर्ड में टॉपर रहीं छात्राओं को अलग-अलग विभागों के दायित्व सौंपकर उन्हें सम्मानित करने के साथ प्रशासनिक कार्यों को समझने का मंच भी प्रदान कराया जा रहा है। सोमवार को डॉ. किरन सौजिया सीनियर सेकंडरी एजुकेशनल एकेडमी में 98.2 प्रतिशत अंक के साथ 12वीं में जिला टापर रहीं कनिष्का राजपूत को डीएम मैनपुरी का सांकेतिक दायित्व सौंपा गया। छात्रा ने फरियादियों की समस्याओं को सुनकर उनके निदान के लिए निर्देश दिए।
काव्या ने प्राप्त किए थे जिले में सर्वाधिक अंक
दोपहर में मां सरस्वती ज्ञान मंदिर इंटर कॉलेज, कुसमरा की छात्रा काव्या को कुछ घंटों के लिए डीएम की सांकेतिक जिम्मेदारी सौंपी गई। काव्या ने यूपी बोर्ड की 10वीं की परीक्षा में सर्वाधिक 96.3 प्रतिशत अंक प्राप्त कर जिला और मंडल टॉप किया था।
इस मौके पर जिला प्रोबेशन अधिकारी राजनाथ राम, बाल संरक्षण अधिकारी अल्का मिश्रा, डा. किरन सौजिया स्कूल के निदेशक डा. अशोक कुमार, वाइस प्रेसीडेंट डा. किरन सौजिया, प्रबंधक विद्यांशु सौजिया, दोनों छात्राओं के स्वजन उपस्थित रहे।
कनिष्का की आंखों में आईएएस के ख्वाब
नगर के किला बजरिया निवासी कनिष्का सीबीएसई की जिला टापर हैं। 2015 में बीमारी से पिता को खो चुकीं कनिष्का की आंखों में आईएएस बनने के ख्वाब स्पष्ट दिखे। जिलाधिकारी ने जब उनसे पूछा तो उन्होंने यही कहा कि डीएम की कुर्सी पर बैठकर समस्याओं का निस्तारण करना चाहती हूं। उनकी बड़ी बहन काकुल राजपूत ने भी उनके साथ ही इंटरमीडिएट की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की है।
इंजीनियर बनकर देश को समृद्ध करना काव्या की चाह
यूपी बोर्ड से 10वीं की जिला और मंडल टापर रहीं काव्या इंजीनियर बनकर देश को समृद्ध करने की चाह रखती हैं। कानपुर से इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहीं काव्या के पिता बृजेश सिंह एलआइसी अभिकर्ता और मां ममता गृहिणी हैं।
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