पूर्व सैनिक ने पत्नी को किडनी देकर निभाया सात फेरों का वचन, अंगदान के लिए लोगों को किया प्रेरित
मैनपुरी के एक पूर्व सैनिक अशोक सिंह चौहान ने अपनी बीमार पत्नी माधवी चौहान को किडनी दान कर उनकी जान बचाई। उनकी पत्नी की दोनों किडनी खराब हो गई थीं और ड ...और पढ़ें

पत्नी को किडनी देने वाले पूर्व फौजी।
जागरण संवाददाता, मैनपुरी। बेवर क्षेत्र के रहने वाले एक पूर्व सैनिक ने पति-पत्नी के पवित्र रिश्ते और सात फेरों के वचन की पवित्रता को निभाया है। उन्होंने अपनी बीमार पत्नी का जीवन बचाने के लिए अपनी एक किडनी दे दी। उन्होंने बताया कि अपनी पत्नी का जीवन बचाना उनका कर्तव्य है और इसलिए उन्होंने इस कर्तव्य को निभाया है। उनके इस कार्य की लोग सराहना कर रहे हैं।
बिना संकोच निभाया पति धर्म, हो रही सराहना
बेवर क्षेत्र के गांव श्यामपुर भटपुरा निवासी पूर्व सैनिक और सपा जिला सचिव अशोक सिंह चौहान वर्तमान में नगर के भांवत रोड पर खरपरी में रहते हैं। उनकी पत्नी पूर्व प्रधान माधवी चौहान कुछ सालों से बीमार चल रही थीं। जांच कराने पर पता चला कि उनकी दोनों किडनी खराब हो चुकी हैं। काफी इलाज के बाद भी उन्हें आराम नहीं मिला तो डाक्टर ने किडनी ट्रांसप्लांट कराने को कहा। इसके बाद पूर्व सैनिक अशोक चौहान ने मेदांता हॉस्पिटल में संपर्क किया।
मां को किडनी देने के लिए तैयार हो गया था बेटा
अशोक का पुत्र हिमांशु चौहान वर्तमान में सेना में लांस नायक और उनकी पुत्री श्रेया चौहान लेफ्टिनेंट के पद पर तैनात हैं। जब बच्चों को मां की बीमारी के बारे में पता चला तो दोनों ही मां को किडनी देने को तैयार हो गए, परंतु अशोक ने कहा कि उन्होंने शादी के सात फेरे लेते समय अपनी पत्नी को जीवन भर साथ निभाने का वचन दिया था। इसलिए वहअपनी किडनी दान कर सात फेरों का वचन निभाएंगे।
दो दिसंबर को दी किडनी
किडनी दान कर दी। सोमवार को उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि वह और उनकी पत्नी पूरी तरह से स्वस्थ हैं। उन्होंने कहा कि किडनी दान करने से किसी प्रकार की परेशानी नहीं होती है। उन्होंने जिले के लोगों को भी अंगदान के लिए प्रेरित किया और कहा कि यदि किसी अपने की जान संकट में हो,तो एक किडनी दान देकर उसका जीवन जरूर बचाएं।

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