दिन में रेकी और रात में डालते थे डकैती... मैनपुरी पुलिस ने आठ डकैतों को किया गिरफ्तार, लोडर से आते थे लूटने
कन्नौज के थाना ठठिया क्षेत्र में मैनपुरी के आठ डकैतों को पुलिस ने गिरफ्तार किया जो डकैती की योजना बना रहे थे। उनके पास से हथियार बरामद हुए हैं। गिरोह का सरगना राहुल गिहार पहले रेकी कर चुका था। ये डकैत लोडर से पहुंचे थे और उनका आपराधिक इतिहास भी है जिसमें कई डकैती के मामले शामिल हैं। पुलिस फरार साथियों की तलाश कर रही है।

जागरण संवाददाता, मैनपुरी/कन्नौज। कन्नौज के थाना ठठिया क्षेत्र के सरसौनपुरवा गांव में डकैती डालने जा रहे मैनपुरी के आठ डकैतों को पुलिस ने गांव के बाहर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने डकैतों के पास से अवैध बंदूक, तीन तमंचा और बाइक बरामद की है। कार्रवाई के दौरान लोडर चालक डकैत पुलिस को चकमा देकर भाग निकला। गिरफ्त में आए डकैतों के खिलाफ मैनपुरी, इटावा और मथुरा में डकैती के कई मामले दर्ज हैं।
मैनपुरी के थाना और कस्बा करहल में स्टेट बैंक के सामने गिहार कॉलोनी निवासी राहुल गिहार, गौरव गिहार, देव सिंह गिहार, करन गिहार, राजू गिहार, भोला उर्फ अतुल गिहार, मोनू गिहार और करहल कस्बा इलाहाबाद बैंक के सामने रहने वाला ऋतिक उर्फ कालिया गिहार शनिवार रात करीब एक बजे ठठिया थाना क्षेत्र के गांव सरसौनपुरवा में घुस रहे थे। इसी दौरान फोर्स के साथ चेकिंग कर रहे ठठिया थाना प्रभारी जय प्रकाश शर्मा ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
बाइक से रेकी कर रात में लोडर से गांव किनारे पहुंचा गिरोह
गांव से करीब 200 मीटर दूरी पर खड़ा चालक लोडर लेकर फरार हो गया। छानबीन करने पर पुलिस को पता चला कि गिरोह के सरगना राहुल ने शनिवार दोपहर बाइक से सरसौनपुरवा में डकैती डालने के लिए रेकी की थी। इसके बाद लोडर से गिरोह के साथ डकैती डालने गांव में घुस रहा था। गिरफ्त में आए डकैतों के खिलाफ मैनपुरी, इटावा, मथुरा में डकैती सहित अन्य गंभीर मामले दर्ज हैं।
एसपी विनोद कुमार ने बताया कि गिरोह में शामिल करीब आठ डकैत फरार हैं। लोडर चालक समेत फरार डकैतों की तलाश में दबिश दी जा रही है।
आए थे दो लोडर से, एक कानपुर देहात की ओर चला गया
रविवार रात आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से मैनपुरी से दो लोडर में सवार होकर डकैत आए थे। सरगना राहुल गिहार के साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जबकि दूसरे लोडर पर सवार डकैत कानपुर देहात के रसूलाबाद कस्बा की ओर चले गए। थाना प्रभारी जय प्रकाश शर्मा ने बताया कि डकैत आपस में रिश्तेदार और पड़ोसी हैं। वर्ष 2021 से यह आपराधिक वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।
लोडर दूर खड़ा डालते डाका
गिरोह दिन में रेकी करता था। इसके बाद रात को हाईवे व प्रमुख मार्ग पर लोडर खड़ा देते थे। पांच से छह किलोमीटर दूर तक पैदल जाकर गांव किनारे बसे घरों में घुसकर डाका डालते थे। पुलिस या गुजरने वाले लोगों से पूछताछ करने पर रास्ता भटकने या लोडर खराब होने का बहाना बनाते थे। गिरोह में शामिल डकैत इतने खूंखार हैं कि विरोध करने पर हत्या तक कर देते हैं।
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