UP By Election: करहल के रण में डिंपल यादव का बयान, बोलीं- 'रिश्तेदारी नहीं बल्कि विचारधारा और सिद्धांतों की लड़ाई'
Karhal Vidhan Sabha By Election 2024 अनुजेश यादव सपा सांसद धर्मेंद्र यादव की बहन संध्या यादव के पति हैं जबकि सपा प्रत्याशी पूर्व सांसद तेजप्रताप यादव उनके भतीजे हैं। इस लिहाज से सैफई परिवार और उनके रिश्तेदार के बीच मुकाबला होगा। अनुजेश यादव की मां घिरोर विधानसभा सीट से दो बार विधायक रह चुकी हैं और पत्नी संध्या यादव जिला पंचायत अध्यक्ष रही हैं।
जागरण संवाददाता, मैनपुरी। Mainpuri News: करहल उप चुनाव के लिए सपा प्रत्याशी के चुनाव कार्यालय का उदघाटन करने शनिवार को कस्बा पहुंची सांसद डिंपल यादव ने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इस बार हमारी लड़ाई रिश्तेदारी की नहीं बल्कि विचारधारा और सिद्धांतों के बीच है।
जनता भाजपा सरकार की कथनी और करनी को पूरी तरह जान चुकी है। इस बार करहल की जनता सपा को रिकार्ड मतों से जिताकर अपना आशीर्वाद देगी। हम लोग संविधान बचाने के लिए भाजपा के खिलाफ मैदान मे हैं। भाजपा झूठ बोलने और भ्रम फैलाने वालों की पार्टी है।
कार्यकर्ताओं के दम पर जीतेंगे चुनाव
डिंपल यादव ने कहा कि हमारे कार्यकर्ता बेहद सक्रिय हैं और इन्हीं की दम पर इस चुनाव में जीत का रिकॉर्ड बनाने जा रहे हैं। उपचुनाव में एनडीए और पीडीए के बीच की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोगों ने प्रशासन के दम पर हमें फर्रुखाबाद में हराया, ये किस तरह प्रशासन का गलत उपयोग करते हैं, जनता सब जान चुकी है।
सपा की विचारधारा से घबराए गए भाजपा वाले
कार्यक्रम के बाद पत्रकार वार्ता में डिंपल यादव ने जातिगत जनगणना के सवाल पर कहा कि भाजपा के लोग सपा की विचारधारा और सभी को साथ लेकर चलने से घबरा गए। इसीलिए ये लोग जातिगत जनगणना नहीं कराएंगे। जबकि इसकी लगातार मांग रही है। आने वाले उप चुनाव में करहल ही नहीं बल्कि अन्य सीटों पर जनता इसका जवाब देगी।
रिश्तेदारी नहीं बल्कि सिद्धांतों को बचाने की जंग
सैफई परिवार के रिश्तेदार को भाजपा द्वारा चुनाव लड़ाने के सवाल पर सांसद ने कहा कि ये रिश्तेदारी नहीं बल्कि एनडीए और पीडीए तथा विचारधारा, सिद्धांतों को बचाने की लड़ाई है।
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डिंपल ने कहा, यूपी में किसान परेशान
डिंपल यादव ने कहा कि प्रदेश में किसान परेशान है, बेरोजगार युवा रोजगार की तलाश में है। ये लोग भ्रम और देश को बांटने की राजनीति करते हैं। परिवारवाद को बढ़ावा देने के सवाल कहा कि सबसे बड़ा परिवारवाद यदि है तो भाजपा में है। प्रदेश में हजारों करोड़ के निवेश आने के सभी दावे फेल हो गए, आज धरातल पर कोई काम नहीं हो रहा। किसानों को खाद तक उपलब्ध नहीं हो पा रही है। ऐसे में जनता पूरी तरह से इस सरकार को हटाने के लिए तैयार है।
ये हैं दोनों के बीच का रिश्ता
मुलायम सिंह यादव के समय में अनुजेश यादव की मां उर्मिला यादव को सपा ने कई बार चुनाव लड़ाया। वह 1993 और 97 में विधायक बनीं, परंतु इसके बाद चुनाव नहीं जीत सकीं। वर्ष 2011 में उन्होंने सपा छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया था।
वर्ष 2012 में कांग्रेस की टिकट पर करहल विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था, परंतु जीत हासिल नहीं कर पाई थीं। बाद में वह दोबारा सपा में शामिल हो गई। वहीं अनुजेश यादव की पत्नी संध्या यादव जनवरी 2015 में समाजवादी पार्टी प्रत्याशी के तौर पर मैनपुरी जिला पंचायत की अध्यक्ष चुनी गईं थीं।
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