यूपी के किसानों को बड़ी सौगात, अब प्याज-लहसुन और जैविक खेती पर मिलेगा अनुदान, ऐसे करें आवेदन
उत्तर प्रदेश सरकार ने प्याज, लहसुन और जैविक खेती करने वाले किसानों को अनुदान देने का निर्णय लिया है। किसान ऑनलाइन या ऑफलाइन माध्यम से अनुदान के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस पहल से किसानों की आय में वृद्धि होगी और जैविक खेती को प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे कृषि विकास को बढ़ावा मिलेगा।

जागरण संवाददाता, महोबा। उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग से जिले में एकीकृत बागवानी मिशन योजना संचालित की जा रही है। जिसके तहत जैविक के साथ ही प्याज, लहसुन, तुलसी, लेमग्राम आदि की खेती के लिए विभाग किसानों को प्रति हेक्टेयर अनुदान देगा। जिससे किसान इनकी खेती को करें और बेहतर मुनाफा कमाकर अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार कर सकें।
किसान योजना का लाभ लेने के लिए मोबाइल, लैपटाप व जनसेवा केंद्र से पोर्टल पर आनलाइन पंजीयन कराकर इस योजना का लाभ ले सकते है। किसानों का चयन आनलाइन सूची की वरीयता के आधार पर प्रथम आवक-प्रथम पावक की तर्ज पर उपलब्ध भौतिक लक्ष्यों की सीमा तक ही किया जाएगा।
इसके साथ ही माइक्रोइरीगेशन अंतर्गत ड्रिप स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणाली का लाभ लेने वाले किसानों को प्राथमिकता प्रदान की जाएगी। विभाग ने किसानों से इसके लिए आवेदन मांगे है।
| कार्यप्रति हेक्टेयर | अनुदान | लक्ष्य |
|---|---|---|
| संकर शाकभाजी | 24000 | 100 हेक्टेयर |
| प्याज की खेती | 20000 | 4 |
| लहसुन की खेती | 20000 | 4 |
| जैविक खेती | 1500 | 5 |
| तुलसी, लेमग्राम, पामारोजा | 12000 | 8 |
| सब्जियों के लिए मचान | 10000 | 15 |
| धनिया, मैंथी, साैंफ, जीरा, अजवाइन | 12000 | 1 |
| अदरक | 24000 | 4 |
कार्य प्रति वर्गमी. अनुदान लक्ष्य
घेराबंदी 150 रुपये 5000
किसान उद्यान विभाग के पोर्टल पर पंजीयन कराकर इस योजना का लाभ ले सकते है। किसान की स्वेच्छा से चयनित कार्यक्रम अंतर्गत व्यय होने वाली धनराशि किसान द्वारा स्वयं वहन की जाएगी। स्थलीय सत्यापन के बाद अनुमन्य अनुदान योजना के दिशा निर्देशों के अनुरूप डीबीटी के माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा। किसान उद्यान कार्यालय में इसके लिए संपर्क कर सकते है। - सुरेश कुमार, जिला उद्यान अधिकारी।

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