Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बहन की शादी के कार्ड बांटकर लौट रहे भाई की हादसे में मौत, पुलिस पर लापरवाही का आरोप

    Updated: Fri, 28 Nov 2025 05:05 PM (IST)

    महोबा में बहन की शादी के कार्ड बांटकर लौट रहे भाई की हरपालपुर के पास सड़क हादसे में मौत हो गई। 29 नवंबर को शादी होनी थी। घायल को कई अस्पतालों में ले जाया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका। परिवार ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है। घटना से शादी की खुशियां मातम में बदल गईं।

    Hero Image

    जागरण संवाददाता, महोबा। बहन की शादी के कार्ड बांटकर लौट रहे भाई की मध्य प्रदेश के हरपालपुर के पास अज्ञात वाहन की टक्कर से बुधवार की देर रात मौत हो गई। उसे हरपालपुर से नौगांव, पनवाड़ी और जिला अस्पताल से मध्य प्रदेश के छतरपुर चिकित्सालय ले जाया जा रहा था। लेकिन रास्ते में उसने दम तोड़ दिया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    29 नवंबर को बहन की शादी है। इसके पहले यह घटना होने से शादी की खुशियां मातम में तब्दील हो गई। स्वजन का कहना है कि पुलिस उसे इधर उधर अस्पताल ले जाती रही, यदि समय पर छतरपुर या झांसी भेजा जाता तो शायद उसकी जान बच सकती थी। उसका मोबाइल और बैग भी नहीं मिल रहा। मध्य प्रदेश छतरपुर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई की।

    मध्य प्रदेश के हरपालपुर थाना क्षेत्र के ग्राम सरसेड़ निवासी 24 वर्षीय नरेंद्र पांचाल पुत्र जयनारायण की बहन कामिनी की शादी 29 नवंबर को होनी थी। नरेंद्र बुधवार को कार्ड बांटने गया था और देर रात बाइक से मऊरानीपुर झांसी से घर लौट रहा था।

    वह उप्र सीमा के पास हरपालपुर कस्बा स्थित पेट्रोल पंप के पास पहुंचा तो अज्ञात वाहन ने जोरदार टक्कर मार दी। जिससे उसके सिर में गंभीर चाेटें आईं। छतरपुर ले जाते समय उसकी मौत हो गई।

    चाचा धर्मपाल व जीजा बृजेश निवासी छतरपुर मध्य प्रदेश निवासी ने बताया कि रात तक घर न लौटने पर नरेंद्र का फोन लगाया गया पर वह नहीं लगा। जानकारी हुई कि हरपालपुर के पास एक्सीटेंड हो गया है। वह हरपालपुर अस्पताल पहुंचे तो बताया गया कि उसे नौगांव ले जाया गया। यहां पहुंचने पर पता चला कि चौकी सौरा महोबा की पुलिस उसे पनवाड़ी ले गई। यहां उसे उसे महोबा रेफर किया गया।

    स्वजन महोबा पहुंचे और उसको छतरपुर चिकित्सालय ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई। स्वजन के मुताबिक यदि उसे समय रहते झांसी या छतरपुर पहले ही ले जाया जाता तो जान बच सकती थी। भाई की मौत से बहन की शादी स्थगित हो गई और शादी की खुशियां मातम में तब्दील हो गई।

    प्रभारी चौकी सौरा महोबकंठ एसआई बृजेश चतुर्वेदी ने बताया सूचना मिली थी। युवक सड़क पर पड़ा हुआ था। मौके पर मध्य प्रदेश पुलिस खड़ी थी लेकिन वह चली गई। घायल को हरपालपुर लाया गया। यहां रेफर किए जाने पर उसे पनवाड़ी में भर्ती कराया गया था। छतरपुर मध्य प्रदेश में पड़ता है इसीलिए उसे वहां नहीं ले जा सकते थे।