महोबा में घर के अंदर जिंदा जला दिव्यांग, रात में आग जलाकर सोया था; सुबह सिर्फ हड्डियां मिलीं
महोबा के ग्राम पाठा में एक दिव्यांग व्यक्ति की आग में जलकर मौत हो गई। वह सर्दी से बचने के लिए आग जलाकर सोया था, तभी कमरे में आग लग गई। सुबह मलबे में उ ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, महोबा। ग्राम पाठा में रविवार की रात सर्दी से बचाव के लिए दिव्यांग आग जलाकर सो गया। कुछ समय बाद कमरे में रखीं लकड़ियों और कंडों में आग फैल गई, जिसमें जलकर उसकी मौत हो गई। सुबह फाबड़े से मलबा हटाने पर उसमें हड्डियां मिलीं।
ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस और दमकल विभाग की गाड़ियों ने पहुंचकर आग पर काबू पाया। पुलिस ने मृत अवशेष को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। दिवंगत अविवाहित था और घर में अकेला रहता था।
थाना खरेला क्षेत्र के ग्राम पाठा निवासी 60 वर्षीय रूपा कहार घर में अकेला रहता था। ग्रामीणों के मुताबिक वह एक पैर से दिव्यांग था। लकड़ी कंडे आदि बीनकर घर में रख लेता था। रविवार की रात उसने सर्दी से बचाव के लिए आग जलाई और सो गया।
देर रात मकान से लपटें और धुआं उठता देखकर ग्रामीणों ने सूचना पुलिस को दी। दमकल विभाग की दो गाड़ियां पहुंची। पुलिस व ग्रामीणों ने मशक्कत कर आग पर काबू पाया।
रात भर यही अनुमान लगाया गया कि मकान में आग लगी है और रूपा कहीं चला गया, लेकिन सुबह फिर से मकान के जले मलबे को फावड़े से हटाया गया तो उसमें हड्डियां मिलीं, जिससे उसकी मौत की पुष्टि हुई।
थानाध्यक्ष खरेला बलवान सिंह ने बताया कि दिवंगत अकेला रहता था और लकड़ी एकत्रित करता रहता था। रोज रात को वह आग जलाकर तापता था लेकिन रविवार की रात सो जाने से आग फैल गई, जिसमें जलकर उसकी मौत हो गई। मौके पर कुछ हड्डियां मिलीं है। जांच की जा रही है।

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