Heatwave Alert: यूपी में गर्मी का कहर जारी, इस जिले में बुखार से तीन की मौत; अस्पतालों में बढ़ गए मरीज
महोबा में भीषण गर्मी से लोगों का हाल बेहाल है। तापमान 42 डिग्री तक पहुंचने से अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ गई है। उल्टी दस्त और बुखार के मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। गुरुवार को बुखार से पीड़ित दो वृद्धों समेत तीन लोगों की मौत हो गई। चिकित्सकों ने लोगों को सावधानी बरतने और धूप में निकलने से बचने की सलाह दी है।
जागरण संवाददाता, महोबा। जिले में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है। पारा 41-42 डिग्री पर पहुंचने से लोग परेशान है। सुबह से ही तेज धूप अपना कहर बरपाने लगती है। सरकारी व निजी अस्पतालों में उल्टी, दस्त व बुखार आदि बीमारियों के मरीजों की भरमार है। त्वचा में इंफेक्शन के मामले भी तेज से बढ़ रहे है। गुरुवार को बुखार से पीड़ित दो वृद्धों सहित लोगों की मृत्यु हो गई। हालांकि स्वजन ने पोस्टमार्टम नहीं कराया।
गर्मी का सितम जारी है। गुरुवार को अधिकतम 41 व न्यूनतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस रहा। जून का माह आधा बीतने को है लेकिन गर्मी से लोगों को राहत मिलती नहीं दिख रही है। लोगों का कहना है कि जल्द वर्षा शुरू हो और भीषण गर्मी से उन्हें राहत मिल सके।
हाल यह है कि कमरे तप रहे है और कूलर व पंखों ने भी गर्म हवाएं देना शुरू कर दिया है। जिससे लोग परेशान है। गुरुवार को बुखार से पीड़ित शहर के मुहल्ला नयापुरा निवासी 70 वर्षीय राधारानी पत्नी हरदयाल की मौत हो गई। पुत्र गुलाब ने बताया कि उनको दो दिनाें से बुखार आ रहा था और उपचार भी कराया गया था।
इसी तरह ग्राम रैपुराकला निवासी 75 वर्षीय ओमप्रकाश ने भी दम तोड़ दिया। दिवंगत के नाती विवेक ने बताया कि उनको दो दिनों से बुखार आ रहा था और वह बहुत कमजोर भी थे, जिससे उनकी मौत हो गई। उधर शहर के मुहल्ला पठानपुरा निवासी 25 वर्षीय कमलेश की भी बुखार की चपेट में आकर मौत हो गई।
चिकित्सक डा. राजेश भट्ट ने बताया कि जिला अस्पताल में प्रतिदिन बुखार से पीड़ित 100 से अधिक मरीज उपचार कराने पहुंच रहे हैं। वर्तमान में गर्मी अधिक पड़ रही है और जिससे घबराहट, बेचैनी के केस भी बढ़ते जा रहे हैं। उन्होंने लोगों को सुबह 11 से शाम पांच बजे तक घर पर ही रहने की सलाह दी है।
कहा कि यदि बाहर जाना हो तो शरीर को पूरी तरह कवर करके निकले और भरपूर पानी पीते रहे। बाहर के खानपान से परहेज करें और घर का ताजा बना खाना खाएं। डाइट में सत्तू, फल, बेर का बिरचुन, बेल का शर्बत, नींबू पानी, नारियल पानी शामिल करें।बुखार आदि आने पर लापरवाही न करें बल्कि चिकित्सक को दिखाकर अपना उपचार कराएं।
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