चरखारी में गोवर्धन नाथ जू मेले का इस दिन से होगा आगाज, कार्तिक स्नान के लिए उमड़ती है महिलाओं की भीड़
चरखारी में 22 अक्टूबर से 142वां ऐतिहासिक गोवर्धन जू मेला शुरू होगा, जो एक माह तक चलेगा। इस सांस्कृतिक और धार्मिक मेले में विभिन्न कार्यक्रम होंगे। भगवान गोवर्धन नाथ जू की सवारी सदर मंदिर से मेला मंदिर में स्थापित की जाएगी। पालिका तैयारियों को अंतिम रूप दे रही है और लोगों में उत्साह दिख रहा है।

संवाद सूत्र, चरखारी। सांस्कृतिक व धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण कस्बे के 142वें ऐतिहासिक गोवर्धन जू मेला का 22 अक्टूबर से भव्य आगाज होगा। एक माह तक चलने वाले इस मेले में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। सदर गोवर्धन नाथ मंदिर से भगवान गोवर्धन नाथ जू की सवारी मेला मंदिर में विराजमान कराई जाएंगी। पालिका मेले की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटी है। लोगों में भी इस मेले को लेकर उत्साह नजर आ रहा है।
कार्तिक मास में लगने वाले इस मेले में चरखारी सहित आसपास जिलों के लोग उमड़ते है। देवोत्थान एकादशी के दिन कार्तिक स्नान करने वाली महिलाओं की भी यहां पर भीड़ जुटेगी। सहस्त्र श्री स्वामी गोवर्धन जू महाराज मेला का शुभारंभ तत्कालीन महाराजा सर मलखान सिंह जूदेव ने कार्तिक शुक्ल मास में 1883 में कराया था।
भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं पर आधारित है मेला
यह मेला भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं पर आधारित हैं, जिसमें गोवर्धन पर्वत को कनिष्ठ उंगली पर धारण किया जाना विशेष रूप से दार्शनिक हैं। 108 देव मंदिरों के मध्य श्री गोवर्धन नाथ जू महाराज की अनुपम झांकी व मंदिरों की दुर्लभ एवं निराली छटा अत्यंत मनोहारी हैं। मेला मजिस्ट्रेट व उपजिलाधिकारी धीरेंद्र कुमार ने बताया कि मेला में शांति और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए गए है।
चरखारी पालिकाध्यक्ष मंजू कुशवाहा व ईओ अमरजीत सिंह ने बताया कि इस बार मेले का आयोजन और भव्य तरीके से किया जाएगा। महोबा व चरखारी के साथ ही विभिन्न जनपदों से दुकानदारों ने डेरा डाल लिया है। एक माह तक चलने वाले मेला में विभिन्न धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। उधर मेला को लेकर लोगों में भी उत्साह नजर आ रहा है।


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