महोबा में बर्बाद फसल और कर्ज से परेशान होकर किसान ने फंदा लगाकर दी जान
महोबा में अतिवृष्टि और कर्ज से परेशान किसान ने बीमारी से तंग आकर आत्महत्या कर ली। दीना कुशवाहा नामक किसान ने घर पर फांसी लगाकर जान दे दी। उनके पास 20 बीघा जमीन थी और फसल खराब होने से वह कर्ज में डूब गए थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है और एसडीएम ने पीड़ित परिवार को मदद का आश्वासन दिया है।

जागरण संवाददाता, महोबा। अतिवृष्टि से फसल बर्बाद होने व कर्ज के बोझ तले दबे किसान को बीमारी ने भी घेर लिया। इससे आहत होकर उसने फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। घटना से स्वजन का रो-राेकर बुरा हाल बना हुआ है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू की है। एसडीएम शिवध्यान पांडेय ने बताया कि किसान बीमार था। जांच कराकर पीड़ित परिवार की हर संभव मदद कराई जाएगी। शहर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम चुरबुरा निवासी 60 वर्षीय दीना कुशवाहा ने घर पर रस्सी का फंदा लगाकर अपनी जान दे दी।
दिवंगत के पुत्र बलराम ने बताया कि पिता के नाम 20 बीघा कृषि भूमि है। जिसमें इस बार मूंग, उर्द, तिली की फसल की बोआई कराई गई थी, जिसके लिए उन्होंने क्रेडिट कार्ड पर 3 लाख रुपये कर्ज लिया था, लेकिन अतिवृष्टि से फसल खराब हो गई थी इससे वह परेशान रहते थे।
इसके साथ ही कुछ महीनों से वह बीमार भी रहते थे। एक माह पहले झांसी में पथरी का आपरेशन भी कराया था। साथ ही उन्हें आत की भी बीमारी थी। बीमारी के लिए सगे संबंधियों व रिश्तेदारों से भी 5 लाख रुपये कर्जा लिया था और दो लाख किसी तरह अदा कर दिया था। अब खेती और बीमारी का करीब 6 लाख रुपये कर्ज अदायगी की चिंता उन्हें सता रही थी, जिससे क्षुब्ध होकर पिता ने घटर पर ही रस्सी का फंदा कसकर अपनी जान दे दी।
प्रभारी निरीक्षक शहर कोतवाली मनीष पांडेय ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई की जा रही है। वहीं एसडीम सदर शिवध्यान पांडेय ने बताया कि किसान बीमारी से ग्रसित था। इसकी जांच कराई जा रही है। जांच कराकर परिवार की हर संभव मदद की जाएगी। उधर घटना से स्वजन बदहवास है।
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