क्रशर के गलत नाम से दी जा रही सीजर रिपोर्ट, की शिकायत
संस कबरई (महोबा) स्टोन क्रशर प्लांट सीज करने के बाद क्रशर के गलत नाम से सीजर रिपोर्ट ...और पढ़ें

संस, कबरई (महोबा): स्टोन क्रशर प्लांट सीज करने के बाद क्रशर के गलत नाम से सीजर रिपोर्ट दी जा रही है। क्रशर संचालकों ने डीएम से जांच कराने की मांग की है।
क्रशर स्वामी अशोक कुमार जैन ने गुरुवार को डीएम सत्येंद्र कुमार को प्रार्थना पत्र देकर बताया कि उसकी डहर्रा में अरिहंत ग्रेनाइट नाम की क्रशर प्लांट है। जिसका पूर्व में नाम शुभम ग्रामोद्योग सेवा संस्थान था। क्रशर प्लांट कई वर्षों से बंद है। पिछली दो व तीन जुलाई को उसे जानकारी हुई कि उसकी क्रशर को क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड बांदा व तहसीलदार महोबा ने सीज करने की कार्रवाई की है। इस संबंध में जब बांदा स्थित क्षेत्रीय कार्यालय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से क्रशर प्लांट की सीजर रिपोर्ट मांगी गई तो उसे अरिहंत ग्रेनाइट पूर्व नाम शुभम ग्रेनाइट के नाम से रिपोर्ट दी गई। जबकि क्रशर प्लांट का पूर्व नाम शुभम ग्रामोद्योग सेवा संस्थान है। जो क्रशर सहित सरकारी अभिलेखों में भी दर्ज है। जून माह में हरित प्राधिकरण ने जिले के छह क्रशर प्लांटो पर करीब साढ़े छह करोड़ का जुर्माना लगाया था। उक्त आदेश के बाद डीएम के निर्देश पर इन क्रशर प्लांटों से जुर्माना वसूलने के लिए तहसीलदार महोबा ने क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के साथ जाकर एक जुलाई को इन क्रशर प्लांटों को सीज किया था।

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