Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    जानवरों पर होने वाली हिसा के खिलाफ मुखर हैं सुरभि त्रिपाठी

    By JagranEdited By:
    Updated: Fri, 15 Apr 2022 11:36 PM (IST)

    सुरभि त्रिपाठी कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित आवास पर विभिन्न कारणों से घायल हुए कुत्तों बकरी भेड़ बंदर आदि 25 जानवरों का इलाज करा रही हैं। इसके लिए वह नियमित रूप से पशु चिकित्सक को आवास पर बुलाती हैं। कुछ जानवर तो ऐसे हैं जो विभिन्न बीमारियों की चपेट में हैं।

    Hero Image
    जानवरों पर होने वाली हिसा के खिलाफ मुखर हैं सुरभि त्रिपाठी

    महराजगंज: राजस्थान के अजमेर जिले में कुत्ते को स्कूटी में बांधकर घसीटने के प्रकरण में आनलाइन रिपोर्ट दर्ज कराने वाली सुरभि त्रिपाठी लंबे समय से जानवरों की सुरक्षा और उनके स्वास्थ्य को लेकर काम कर रहीं हैं। पीपल फार एनीमल संस्था से जुड़ी महराजगंज के एडीएम डा. पंकज वर्मा की पत्नी सुरभि अब तक जानवरों के साथ उत्पीड़न के मामले को लेकर महराजगंज, प्रयागराज व सहारनपुर के विभिन्न थानों में 12 मुकदमे दर्ज करा चुकी हैं। जानवरों के खिलाफ होने वाली हिसा को रोकने के लिए भी उनके द्वारा समय-समय पर अभियान चलाया जाता है। बीते दिनों जिले के घुघली व श्यामदेउरवा थाना क्षेत्र में मुर्गों को उल्टा टांगने के मामले में आरोपितों के खिलाफ उन्होंने मुकदमा दर्ज कराया था। जिले में जहां भी जानवरों के खिलाफ हिसा की शिकायत मिलती है, वह मुखर होकर आवाज उठाती हैं। आवास पर करा रहीं 25 जानवरों का इलाज

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सुरभि त्रिपाठी कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित आवास पर विभिन्न कारणों से घायल हुए कुत्तों, बकरी, भेड़, बंदर आदि 25 जानवरों का इलाज करा रही हैं। इसके लिए वह नियमित रूप से पशु चिकित्सक को आवास पर बुलाती हैं। कुछ जानवर तो ऐसे हैं जो विभिन्न बीमारियों की चपेट में हैं। उनका बेहतर से बेहतर इलाज हो सके, इसके लिए सुरभि त्रिपाठी प्रयासरत हैं।

    ---

    फोटो: 15 एमआरजे: 51

    जानवरों पर होने वाली किसी भी तरह की हिसा को स्वीकार नहीं किया जा सकता है। इसके लिए लोगों को समय-समय पर जागरूक भी किया जाता है। हिसा करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई के लिए कानून का भी सहारा लिया जाता है। राजस्थान के अजमेर जिले में कुत्ते को स्कूटी में बांधकर खींचने की घटना दुखद है। पुन: जानवरों के साथ कोई इस तरह की घटना न करे, इसीलिए आनलाइन रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।

    सुरभि त्रिपाठी, अहिसा फेलो, पीपल फार एनिमल संस्था