सोनौली पर अलर्ट, नेपाल को भेजे गए पेट्रोलियम और सब्जी से लदे 84 वाहन
नेपाल में जेन जी आंदोलन के चलते सोनौली बॉर्डर पर सतर्कता बढ़ाई गई है। भारतीय और नेपाली अधिकारियों के बीच हुई वार्ता के बाद आवश्यक सामान से लदे वाहनों को नेपाल जाने की अनुमति दी गई है। पेट्रोलियम गैस आलू प्याज और सब्जियों से लदे कई वाहन नेपाल भेजे गए। भारतीय पर्यटकों को नेपाल में प्रवेश की अनुमति नहीं है पर नेपाली नागरिक भारत से सामान खरीदकर जा सकते हैं।

जागरण संवाददाता, सोनौली। नेपाल में जारी जेन जी आंदोलन के मद्देनजर भारत-नेपाल सीमा पर स्थित सोनौली बार्डर पर प्रशासन सतर्क है। शुक्रवार सुबह नेपाल भंसार और भारतीय भंसार अधिकारियों के बीच हुई वार्ता के बाद फंसे हुए आवश्यक सामग्री से लदे वाहनों को नेपाल जाने की अनुमति दे दी गई।
अब तक 42 पेट्रोलियम और गैस से लदे वाहन तथा 42 आलू, प्याज व सब्जी से लदे वाहन नेपाल के लिए रवाना हो चुके हैं। भारत से नेपाल को सप्लाई किए जाने वाले इन वाहनों के पारगमन के लिए विशेष सहूलियतें दी गई हैं।
एसएसबी इंस्पेक्टर अरुण पांडेय ने बताया कि नेपाली नागरिक आवश्यक वस्तुएं खरीदने के लिए भारत आ रहे हैं और उन्हें सामान लेकर वापस नेपाल जाने दिया जा रहा है। भारतीय पर्यटकों को नेपाल में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जा रही है।
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बार्डर पर हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं, लेकिन नेपाल की राजधानी काठमांडू और प्रमुख पर्यटक स्थल पोखरा में स्थिति अब भी तनावपूर्ण बनी हुई है। सुरक्षा एजेंसियां स्थिति पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं।
सोनौली सीमा पर इलाज के लिए आई नेपाली महिला को भारत में जाने की दी गई अनुमति। जागरण
नेपाली महिला को इलाज के लिए भारत में प्रवेश की अनुमति
नेपाल में चल रहे आंदोलन के चलते भारत-नेपाल सीमा पर आवाजाही पर रोक लगी हुई है। आम नेपाली नागरिकों को भारत में प्रवेश नहीं मिल रहा है। लेकिन मानवीय पहलू को ध्यान में रखते हुए गुरुवार की दोपहर एक नेपाली महिला को इलाज के लिए विशेष अनुमति दी गई।
एसएसबी (सशस्त्र सीमा बल) के निरीक्षक अरुण पांडेय ने कहा कि सोनौली सीमा पर एक नेपाली महिला इलाज के लिए भारत आई थी। महिला की स्थिति को देखते हुए एसएसबी जवानों ने मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए उसे भारत में प्रवेश की अनुमति दे दी। उन्होंने बताया कि महिला का स्वास्थ्य खराब था और तत्काल इलाज की आवश्यकता थी।
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