SIR in UP: गांवों में डुग्गी-मुनादी कराकर SIR फॉर्म जमा कराएंगे ग्राम प्रधान, 4 दिसंबर तक करना होगा सबमिट
उत्तर प्रदेश में ग्राम प्रधानों को गांवों में डुग्गी-मुनादी कराकर एसआईआर फॉर्म जमा कराने की जिम्मेदारी दी गई है। सभी पात्र निवासियों को 4 दिसंबर तक फॉर्म जमा करने होंगे। ग्राम प्रधानों को समय सीमा का पालन सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।
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गांवों में डुग्गी-मुनादी कराकर SIR फॉर्म जमा कराएंगे ग्राम प्रधान।
जागरण संवाददाता, महराजगंज। जिले में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) कार्यक्रम की धीमी प्रगति को देखते हुए प्रशासन ने ग्रामीण स्तर पर अभियान को तेज कर दिया है। निर्देश दिए गए हैं, कि प्रत्येक प्रधान गांव में डुग्गी-मुनादी कराकर लोगों को जागरूक किया जाए, ताकि निर्धारित तिथि चार दिसंबर से पहले अधिक से अधिक लोग अपने एसआईआर फॉर्म जमा कर सकें।
जिले के 882 ग्राम पंचायतों में 19.92 लाख मतदाताओं का गहन पुनरीक्षण जारी है। जिले के कई ब्लाकों में एसआईआर फार्मों के एकत्रीकरण और जमा कराने की गति संतोषजनक नहीं है। इसे देखते हुए बीडीओ और ग्राम पंचायत अधिकारियों को आदेश दिया गया है, कि वे ग्राम प्रधानों के साथ समन्वय स्थापित कर गांवों में लगातार घोषणाएं और मुनादी कराएं।
मुनादी के दौरान यह जानकारी दी जाएगी कि निर्धारित समय में फॉर्म जमा न करने पर ग्रामीण कई आवश्यक लाभों और सरकारी योजनाओं से वंचित हो सकते हैं।
अधिकारियों ने बताया कि जिन क्षेत्रों में प्रगति शून्य या अत्यंत कम है, वहां विशेष टीमों को लगाया जा रहा है। ग्राम सचिव, रोजगार सेवक और पंचायत सहायकों को लक्ष्य निर्धारण के साथ कड़ी निगरानी में काम करने के निर्देश दिए गए हैं।
जिला पंचायत राज अधिकारी श्रेया मिश्रा ने कहा कि एसआईआर अभियान को जमीन पर प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए सभी स्तरों पर निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इधर बेसिक शिक्षा विभाग ने भी एसआईआर कार्य में सहयोग सुनिश्चित करने के लिए शिक्षकों और शिक्षा मित्रों को स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं।
प्रभारी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रदीप कुमार शर्मा ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को पत्रांक के माध्यम से निर्देशित किया है, कि एसआईआर कार्यक्रम के तहत गणना पत्रों के एकत्रीकरण, सत्यापन और फीडिंग के कार्य में विद्यालय के शिक्षक, शिक्षामित्र और अनुदेशक सक्रिय रूप से सहयोग करें।
उन्होंने बताया कि 25 नवंबर और 30 नवंबर जो अवकाश दिवस हैं, उनमें भी सभी शिक्षक प्रातः नौ बजे से शाम चार बजे तक विद्यालय में उपस्थित रहकर एसआईआर से संबंधित सभी कार्यों को पूरा करेंगे।
उन्होंने स्पष्ट किया कि यह कार्य युद्ध स्तर पर संचालित किया जा रहा है और चार दिसंबर तक किसी भी दशा में सभी विद्यालयों को अपना दायित्व पूरा करना होगा।

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