नौतनवा में एक नेपाली महिला को भारत और नेपाल के दो पासपोर्ट के साथ गिरफ्तार किया गया। आप्रवासन अधिकारियों को संदेह होने पर पूछताछ की गई जिसमें पता चला कि महिला ने जाली दस्तावेजों के आधार पर भारतीय पासपोर्ट बनवाया था। पुलिस ने धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप में मामला दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है। महिला हांगकांग में घरेलू काम करती है।
जागरण संवाददाता, नौतनवा (महराजगंज)। इमिग्रेशन विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार की रात जांच के दौरान पड़ोसी राष्ट्र नेपाल की एक महिला को भारत और नेपाल के दो अलग-अलग पासपोर्ट के साथ हिरासत में ले लिया। पूछताछ में जालसाजी कर अवैध पासपोर्ट बनवाने की बात प्रकाश में आने पर अधिकारियों ने उसे अग्रिम कार्रवाई के लिए सोनौली पुलिस को सिपुर्द कर दिया।
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पुलिस ने सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर महिला को जेल भेज दिया। भारत-नेपाल की सोनौली सीमा पर स्थित इमिग्रेशन कार्यालय पर शुक्रवार को एक महिला नेपाल से भारत में आगमन हेतु भारतीय पासपोर्ट पर मुहर लगवाने के लिए कार्यालय पर पहुंची थी। जहां बातचीत एवं वेशभूषा से महिला नेपाल की नागरिक प्रतीत हुई , किंतु उसके पास भारतीय पासपोर्ट देख अधिकारी सकते में आ गए।
संदेह होने पर की गई पूछताछ
इमिग्रेशन अधिकारी आकाश सिंह एवं शिफ्ट इंचार्ज उमेश कुमार ने बताया कि संदेह होने पर महिला से कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने खुद को मूल रूप से नेपाल की निवासी और उसके पास दोनों देशों का पासपोर्ट होने की बात कबूल की।
मौके से भारत और नेपाल दोनों देशों का पासपोर्ट भी उसके पास बरामद भी हुआ। भारतीय पासपोर्ट में महिला का नाम सलीना प्रधान निवासी न्यूलाइन, बिरपारा टी गार्डन, अलीपुरद्वार, वेस्ट बंगाल राष्ट्र भारत तथा नेपाली पासपोर्ट में महिला का नाम भावना गुरुंग निवासी बुटवल राष्ट्र नेपाल अंकित मिला।
महिला ने बताया कि हांगकांग में घरेलू कार्य करती है जबकि नेपाल सरकार की ओर से नेपाली नागरिक को हांगकांग में घरेलू कार्य के उद्देश्य से जाने की अनुमति ही नहीं है। इस बाबत महिला कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दे पाई। पोल खुलने के बाद महिला ने बताया कि उसने अपना नाम व पता बदलकर आधार कार्ड के जरिए भारत का फर्जी पासपोर्ट बनवाया था। पूछताछ की प्रक्रिया पूर्ण होने पर इमिग्रेशन अधिकारियों ने महिला को सोनौली पुलिस के हवाले कर दिया।
महिला को हिरासत में लिया गया
थानाध्यक्ष सोनौली अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि हिरासत में ली गई नेपाली महिला के विरुद्ध धोखाधड़ी, जालसाजी कर फर्जी अभिलेख व पासपोर्ट तैयार करने एवं उसका दुरुपयोग करने की सुसंगत धारा में मुकदमा दर्ज कर उसे न्यायालय चालान किया गया, जहां से महिला को जेल भेज दिया गया है।
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