रेलवे भूमि अधिग्रहण: 21.61 लाख रुपये की रिकवरी की कार्रवाई तेज, विभाग की ओर से भेजा गया था अतिरिक्त पैसा
महराजगंज में रेलवे भूमि अधिग्रहण मामले में, विभाग 21.61 लाख रुपये की वसूली के लिए तेज़ी से कार्रवाई कर रहा है। यह राशि भूमि अधिग्रहण के दौरान विभाग द्वारा अतिरिक्त रूप से भेजी गई थी, जिसे अब वापस लेने के लिए रिकवरी प्रक्रिया तेज़ कर दी गई है।

21.61 लाख रुपये की रिकवरी की कार्रवाई तेज।
जागरण संवाद, महराजगंज। घुघली-आनंदनगर-बाया-महराजगंज रेलवे भूमि अधिग्रहण में परिसंपत्तियों के मूल्यांकन में हुई अनियमितता में हुए 21.61 लाख रुपये के अतिरिक्त भुगतान की रिकवरी की कार्रवाई तेज हो गई है। रेलवे के पत्र के बाद भूमि अध्याप्ति विभाग की ओर से भेजे गए अतिरिक्त धनराशि के रिकवरी को लेकर कार्रवाई की जा रही है।
भूमि अधिग्रहण के दौरान पकड़ी नौनिया निवासी उमर खान से 42 लाख रुपये की ठगी के बाद रुधौली भावचक निवासी शकुंतला देवी ने जिलाधिकारी से शिकायत कर आरोपित बाबू और एक अन्य पर 10.70 लाख रुपये की ठगी का आरोप लगाया था।
इसी बीच रेलवे के इंजीनियरों ने मामले की गंभीरता देखते हुए मूल्यांकन कराने वाली फर्म एनपी एसोसिएट की फाइलें खंगालनी शुरू कीं। पुनर्मूल्यांकन में पाया गया कि वास्तव में महिला को उसके भवन का कुल दाम 26.20 लाख के सापेक्ष 47.81 लाख रुपये किया गया था।
हालांकि अभी तक महिला की शिकायत पर 10.70 लाख रुपये लिए जाने की जांच चल ही रही है, लेकिन दूसरी ओर रेलवे ने भूमि अध्याप्ति अधिकारी को पत्र भेजकर महिला को किए गए अतिरिक्त 21 लाख 61 हजार 200 रुपये के रिकवरी की मांग की है।
भूमि अध्याप्ति अधिकारी नंद प्रकाश मौर्य ने कहा कि इतनी बड़ी मूल्यांकन त्रुटि की समीक्षा की जा रही है। अतिरिक्त भुगतान की निकासी पर रोक लगाते हुए उसकी रिकवरी कराई जाएगी।

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