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    Maharajganj News: खतरे के निशान से नीचे बह रहा महाव नाला, बंधे पर घटा दबाव, नदियों में उतार-चढ़ाव जारी

    महराजगंज जिले में बाढ़ की स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है। महाव नाले का जलस्तर घटने से लोगों ने राहत की सांस ली है। गंडक राप्ती और रोहिन जैसी प्रमुख नदियों के जलस्तर में भी हल्की गिरावट दर्ज की गई है। सिंचाई विभाग के अनुसार सभी बांध सुरक्षित हैं और लगातार निगरानी रखी जा रही है जिससे किसी भी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके।

    By Vishwa Deepak Tripathi Edited By: Shivam Yadav Updated: Tue, 26 Aug 2025 04:01 PM (IST)
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    खतरे के निशान से नीचे बह रहा महाव नाला, बंधे पर घटा दबाव।

    जागरण संवाददाता, महराजगंज। जिले में बाढ़ की स्थिति नियंत्रण में बनी हुई है। महाव नाला, जो कुछ दिनों पहले खतरे का संकेत दे रहा था, अब लगातार राहत दे रहा है। सोमवार को इसका जलस्तर घटकर साढ़े तीन फीट दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान से नीचे है।

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    इससे बंधों पर बना दबाव कम हो गया है तथा प्रभावित क्षेत्रों में लोगों ने चैन की सांस ली है। जिले की प्रमुख नदियों में भी हल्की गिरावट का रुझान देखा गया है। रविवार की तुलना में सोमवार को गंडक नदी का जलस्तर 350.40 मीटर दर्ज किया गया, जबकि उसका डिस्चार्ज घटकर 95,200 क्यूसेक पर पहुंच गया।

    राप्ती नदी रिंगौली पर 77.56 मीटर दर्ज की गई, जो रविवार की अपेक्षा कुछ कम है। इसी तरह रोहिन नदी का जलस्तर भी घटा है, त्रिमुहानी पर यह 80.55 मीटर और भौराबारी पर 76.70 मीटर रहा।

    प्यास नदी का जलस्तर 100.60 मीटर दर्ज किया गया, जबकि चंदन नदी सोमवार को भी शून्य रही। नदियों के जलस्तर में हो रहे उतार-चढ़ाव के बीच राहत की सबसे बड़ी बात यह है, कि महाव नाला खतरे के निशान से नीचे आ चुका है।

    सिंचाई खंड दो के अधिशासी अभियंता राजीव कपिल ने बताया कि जिले के सभी बंधे पूरी तरह सुरक्षित हैं और निरंतर निगरानी की जा रही है।