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    तेंदुए के आबादी की ओर बढ़ते कदम, दो शावकों की मौजूदगी का दावा; ग्रामीणों में दहशत

    Updated: Fri, 21 Nov 2025 05:11 PM (IST)

    घुघली क्षेत्र में तेंदुए की बढ़ती सक्रियता से ग्रामीणों में दहशत है। पकड़ियार बिशुनपुर गांव में तेंदुए ने एक कुत्ते को मार डाला। पिछले 11 महीनों से तेंदुआ आबादी की ओर बढ़ रहा है, जिससे लोगों में डर का माहौल है। वन विभाग ने ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी है और जल्द ही पिंजड़ा लगाने की बात कही है।

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    सिर्फ एक जगह पिंजरा लगाकर विभाग निश्चिंत, नहीं हुई कार्रवाई। प्रतीकात्‍मक

    संवाद सूत्र, घुघली। क्षेत्र में तेंदुआ की बढ़ती सक्रियता से ग्रामीणों में भय व दहशत का माहौल गहराता जा रहा है। बुधवार तड़के पकड़ियार बिशुनपुर गांव के यादव टोला में तेंदुए ने लक्ष्मी यादव के घर पर पल रहे कुत्ते को उठाकर झाड़ियों में ले जाकर मार डाला। बीते 11 माह से इलाके में विचरण कर रहा तेंदुआ अब झाड़-झंखाड़ छोड़कर सीधे आबादी की ओर बढ़ रहा है, जिससे ग्रामीणों की चिंता और बढ़ गई है।

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    कोटिया–पकड़ियार सीमा के घने बगीचों में तेंदुए का आना पिछले एक सप्ताह से रोज़ की घटना बन चुका है। इसी वजह से पकड़ियार–कप्तानगंज मार्ग पर शाम पाँच बजे के बाद लोगों का निकलना बंद हो गया है जिससे उनकी आम दिनचर्या पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। गुरुवार की शाम मछली यादव के घर के सामने लक्ष्मी, शेषमनी तिवारी, विनोद यादव और अन्य ग्रामीण अलाव ताप रहे थे। इसी दौरान तेंदुआ मुख्य सड़क से गुजरता दिखाई दिया। कुत्तों के भौंकने पर ग्रामीण सतर्क हुए, लेकिन तेंदुआ झाड़ियों में ओझल हो गया। ग्रामीण देर रात तक लाठी डंडों से लैश होकर अलाव जलाकर पूरी रात जागते रहे।

    रात करीब साढ़े नौ बजे दवा लेकर लौट रहे धर्मराज सड़क पर पहुंचे ही थे कि अचानक तेंदुआ रास्ते में खड़ा मिला। बाइक की रोशनी पड़ते ही तेंदुए ने मुड़कर उन्हें घूरा। घबराए धर्मराज उसकी दहाड़ सुन सड़क पर गिर पड़े और किसी तरह बाइक मोड़कर दूसरे रास्ते से घर पहुंचे। दूधनाथ यादव, राम सनेही, विनोद सीताराम यादव, रोहित सिंह समेत कई ग्रामीणों ने बताया कि तेंदुआ बीते दिनों रोज़ाना किसी न किसी स्थान पर देखा जा रहा है।

    बच्चे शाम ढलते ही घरों से नहीं निकलते महिलाएं अकेले रास्ता पार करने से बच रही हैं किसान बाग-बगीचों में जाना कम कर चुके हैं, ग्रामीणों ने बताया कि स्थिति लगातार भयावह हो रही है। तेंदुआ पिछले छह माह में दो बकरियों और एक कुत्ते को मार चुका है। अब फिर आबादी में पहुंचकर तेंदुआ कुत्ते को उठा ले गया। इससे पूरे इलाके में दहशत फैल गई है।

    पकड़ी रेंज के सेक्शन प्रभारी गौरव त्रिपाठी ने बताया कि कोटिया गांव के मुर्गी फार्म पर लगा पिंजड़ा जल्द ही आबादी वाले हिस्से में लगाया जाएगा। ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। उन्होंने बताया कि तीन तेंदुओं की सूचना मिलने के बाद टीम पूरी सतर्कता से स्थिति पर नजर बनाए हुए है।