'विश्व के लिए प्रेरणादायक है भारत की प्रगति', राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने जन जातीय समाज के लिए कही बड़ी बात
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि भारत की तरक्की दुनिया के लिए एक मिसाल है। उन्होंने जनजातीय समाज के विकास और योगदान की प्रशंसा की। राज्यपाल ने जनजातीय समुदाय को देश की सांस्कृतिक धरोहर का महत्वपूर्ण हिस्सा बताया और उनके विकास के लिए सरकार के प्रयासों पर जोर दिया। उन्होंने युवाओं को शिक्षा और कौशल विकास के माध्यम से आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल।
संवाद सूत्र, भिटौली (महराजगंज)। हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि देश आज शिक्षा, विज्ञान, संस्कृति और तकनीक के क्षेत्र में जिस गति से प्रगति कर रहा है, वह विश्व के लिए प्रेरणादायक है। युवा पीढ़ी को अपनी महान परंपरागत मूल्यों, संस्कृति और स्वाधीनता सेनानियों के त्याग को सदैव स्मरण रखना चाहिए।
उन्होंने बिरसा मुंडा सहित सभी बलिदानियों को नमन किया और कहा कि जनजातीय समाज के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उनके समर्पण और बलिदान ने देश की स्वतंत्रता की नींव को मजबूत किया।
राज्यपाल सरस्वती देवी इंटर कॉलेज सोहरौना तिवारी व डॉ. आरएस के शिक्षण संस्थान पचरुखिया के वार्षिकोत्सव व लोकार्पण कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शिक्षा राष्ट्रनिर्माण की सबसे मजबूत धुरी है।
विद्यालयों और शिक्षण संस्थानों में आयोजित ऐसे कार्यक्रम न केवल प्रतिभाओं को मंच देते हैं , बल्कि बच्चों में आत्मविश्वास, अनुशासन और नेतृत्व क्षमता का विकास करते हैं।
राज्यपाल ने कहा कि युवा पीढ़ी अगर अपने लक्ष्य पर केंद्रित रहे और निरंतर सीखने की भावना को अपनाए, तो भारत को विश्वगुरु बनने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने शिक्षकों को राष्ट्रनिर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि शिक्षक वह दीपक हैं जो ज्ञान का प्रकाश फैलाते हैं।
कार्यक्रम को वर्धा विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. रजनीश शुक्ल, पनियरा विधायक ज्ञानेंद्र सिंह, सदर विधायक जयमंगल कन्नौजिया ने भी संबोधित किया। ब्लाक प्रमुख पनियरा वेद प्रकाश शुक्ल,ओमप्रकाश जायसवाल, प्रबंधक अनिल मणि त्रिपाठी, सुनील मणि त्रिपाठी ,राहुल मणि त्रिपाठी, सुव्रत मणि त्रिपाठी मौजूद रहे।

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