Eye Flu: महराजगंज में पांव पसार रहा आई फ्लू, आंख में जलन, सूजन से परेशान हैं लोग; जानें बचाव के उपाय
मौसम के बदलाव का असर सेहत पर पड़ने लगा है। विभिन्न शहरों में आई फ्लू रोग से लोग परेशान हैं। आंख में जलन चुभन सूजन खुजली दर्द एवं पानी निकलने से परेशान करीब 50 रोगी रोज अस्पताल में इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। वहीं डॉक्टर इससे बचने के कई उपाय बता रहे हैं। आई फ्लू की चपेट में बड़े बुजुर्ग युवा महिलाओं के साथ छोटे बच्चे भी आ रहे।

महराजगंज, जागरण संवाददाता। बारिश के मौसम में गर्मी और उमस के कारण महराजगंज में अब आइ फ्लू (आंख का संक्रमण) धीरे-धीरे पांव पसारने लगा है। जिला अस्पताल में इस तरह के रोज करीब 50 रोगी पहुंच रहे हैं। जबकि इससे अधिक संख्या में रोगी प्राइवेट अस्पतालों में उपचार करा रहे हैं। इस बीमारी के चलते एंटीबायोटिक की मांग बढ़ गई है।
बुजुर्ग, युवा, महिलाओं के साथ छोटे बच्चे भी आइ फ्लू की चपेट में
शहर से लेकर गांव तक लोग आइ फ्लू की चपेट में आ रहे हैं। बड़े बुजुर्ग, युवा, महिलाओं के साथ छोटे बच्चे भी इससे प्रभावित हैं। कई अभिभावक बच्चों को स्कूलों में भेजने को लेकर भी कतरा रहे हैं। जिला अस्पताल की ओपीडी (आउट पेशेंट डिपार्टमेंट) में डा. निरंजन सिंह, डा. अभिषेक सिंह, डा. मनीष निगम, नेत्र परीक्षण अधिकारी डा. अमरनाथ गुप्त के पास प्रत्येक दिन आंखों में जलन और लालिमा से संबंधित बीमारी से पीड़ित करीब 100 रोगी पहुंच रहे हैं। इसमें 50 रोगी आइ फ्लू से पीड़ित रह रहे हैं। इसके अलावा बड़ी संख्या में रोगी प्राइवेट मेडिकल स्टोर से ही दवा ले ले रहे हैं। दुकानदार शशांक ने बताया कि प्रत्येक दिन इस समस्या से पीड़ित 10 से 12 लोग दवा ले जा रहे हैं।
क्या कहते हैं डॉक्टर
नेत्र परीक्षण अधिकारी डा. अमरनाथ गुप्त ने बताया कि आइ फ्लू आंखों में इंफेक्शन का रोग हैं। वैसे आमतौर की भाषा में इसे आंख का आना कहते हैं। आंख में यह इंफेक्शन कंजंक्टिवा की सूजन का कारण बनता है। जिससे आंखों का लाल होना, आंखों में जलन, चुभन, सूजन, खुजली, दर्द एवं पानी निकलने की समस्या होने लगती है। उन्होंने बताया कि इसे पूरी तरह ठीक होने में कम से कम पांच से 10 दिन का समय लग सकता है। अगर आइ फ्लू हो तो अपने मन से दवा नहीं लेने चाहिए। चिकित्सक की राय पर ही दवा इस्तेमाल करें।
आइ फ्लू से बचाव के उपाय
- थोड़े-थोड़े समय पर अपने हाथों की सफाई करें।
- आंखों को बार-बार न छुएं।
- अपने आसपास सफाई रखें।
- आंखों को समय-समय पर साफ एवं ठंडे पानी से धोयें।
- अगर बाहर जाना ज्यादा जरूरी है तो काला चश्मा पहन कर जाएं।
- पीड़ित व्यक्ति से आई कांटेक्ट बनाने से बचें।
- संक्रमित व्यक्ति के बेड, तौलिया या कपड़े इस्तेमाल न करें।
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