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    भैरहवा मेडिकल कॉलेज में नर्सों का आंदोलन तीसरे दिन भी जारी, सेवाएं ठप होने से रोगी परेशान

    Updated: Fri, 24 Oct 2025 02:58 PM (IST)

    भैरहवा मेडिकल कॉलेज में नर्सों का आंदोलन तीसरे दिन भी जारी है, जिसके कारण अस्पताल की सेवाएं ठप हो गई हैं। नर्सें वेतन वृद्धि और बेहतर कार्य परिस्थितियों की मांग कर रही हैं। आंदोलन के चलते मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, खासकर गरीब और जरूरतमंद लोगों को इलाज के लिए दिक्कतें हो रही हैं। अस्पताल प्रशासन और नर्सों के बीच बातचीत जारी है, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला है।

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    भैरहवा अस्पताल परिसर में प्रदर्शन करती नर्स। जागरण

    संवाद सूत्र, (भैरहवा) नेपाल। भारतीय सीमा के समीप नेपाल के भैरहवामेडिकल कालेज की नर्सों का आंदोलन शुक्रवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। बेहतर वेतन, भत्ते और कार्य-परिस्थितियों में सुधार की मांग को लेकर नर्सिंग स्टाफ ने आज भी अस्पताल परिसर में नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। आंदोलन के कारण अस्पताल की अधिकांश सेवाएं ठप पड़ी रहीं और रोगियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

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     अस्पताल के ओपीडी, वार्ड और सामान्य सेवाएं प्रभावित हैं। कई रोगियों को इलाज न मिलने पर निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ा। भर्ती रोगियों की देखरेख इंटर्न डाक्टर और सीमित जूनियर स्टाफ के भरोसे चल रही है। नर्सों ने स्पष्ट कहा है कि जब तक उनकी मांगों पर ठोस निर्णय नहीं होता, वे काम पर नहीं लौटेंगी।

    आंदोलनकारीनर्स प्रतिनिधि सुषमा गौतम ने कहा हम सिर्फ न्याय की मांग कर रहे हैं। जब तक वेतन और सुविधाओं को लेकर ठोस फैसला नहीं होता, हम काम पर नहीं लौट सकते। हमारी आवाज को सुना जाना चाहिए।

     नर्सों ने अपनी तीन प्रमुख मांगें रखी हैं। पहली, उचित वेतन व भत्ते का प्रावधान किया जाए, दूसरी, कार्यस्थल पर सुविधाएं और सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और तीसरी अनुबंधित कर्मचारियों को स्थायी नियुक्ति दी जाए। आंदोलनकारीनर्सों का कहना है कि लंबे समय से प्रशासन उनकी शिकायतों को नजरअंदाज करता आ रहा है।

    उधर, मेडिकल कालेज प्रशासन के प्रवक्ता डा. मनोज श्रेष्ठ ने कहा हम नर्सों की मांगों को गंभीरता से ले रहे हैं। इसके लिए एक समिति गठित की गई है। जल्द ही वार्ता शुरू की जाएगी। हम चाहते हैं कि सेवाएं सामान्य हों और मरीजों को परेशानी न हो।

     हालांकि नर्स यूनियन की अध्यक्ष रीता अधिकारी ने चेतावनी दी यदि प्रशासन जल्द ठोस समाधान नहीं निकालता, तो आंदोलन और व्यापक होगा। फिलहाल हम पीछे हटने के मूड में नहीं हैं।

    आंदोलन के चलते रोगियों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। कई लोग अस्पताल के बाहर घंटों इलाज के इंतजार में खड़े नजर आए। स्वजन ने प्रशासन से अपील की है कि जल्द कोई रास्ता निकाला जाए , ताकि स्वास्थ्य सेवाएं सामान्य हो सकें।