बरगद का पौधा लगाकर जीवन बचाने का लिया संकल्प
पांच गुना अधिक आक्सीजन देता है बरगद का पेड़

महराजगंज: बरगद का पेड़ जीवनचक्र की निरंतरता का प्रतीक है। गीता में बरगद के स्वरूप का वर्णन करते हुए उसके महत्व को बताया गया है। आगामी 10 जून को वट सावित्री व्रत है। इस दिन स्वजन की दीर्घायु के लिए महिलाएं इसी बरगद का पूजन करती हैं। बौद्ध धर्म में भी इसे पूज्य माना गया है। लेकिन धीरे-धीरे यह हमारे समाज से दूर होते जा रहे हैं। वटवृक्ष या कल्पवृक्ष के नाम से प्रसिद्ध इस वृक्ष का अस्तित्व मात्र गांवों तक सीमित होकर रह गया है। विशेषज्ञ बताते हैं कि यह दूसरे पेड़ों के मुकाबले पांच गुना अधिक आक्सीजन प्रदान करते हैं। महराजगंज के सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग में भी बरगद के कई पुराने पेड़ हैं। इसकी जड़, पत्ते, छाल के साथ ही तने से निकलने वाले दूध का प्रयोग कई औषधियों के निर्माण में होता है। विशाल आकार के कारण यह पारिस्थितिकी तंत्र को संतुलन बनाता है। लेकिन शहरी क्षेत्रों में बरगद के पेड़ों की कमी के कारण हमारी माताओं बहनों को व्रत के दिन पूजन के लिए समस्याओं का सामना करना पड़ता है। दैनिक जागरण के तत्वावधान में व्रती महिलाएं व्रत के दिन बरगद पूजन के साथ-साथ एक-एक बरगद वृक्ष रोपित करने का संकंल्प ले रही हैं। कहा और कैसे उगाएं बरगद
सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग के डीएफओ पुष्प कुमार के बताते हैं कि बरगद, पीपल आदि के पौधे लगाने के लिए पहले दो गुणे दो फीट का गड्ढा खोदना चाहिए।
- निकली मिट्टी के साथ गोबर की खाद मिलाकर उसे भूमि की सतह से छह इंच ऊपर तक भरना चाहिए। नियमित पानी देना चाहिए। मिट्टी-खाद जब जमीन के बराबर आ जाए तब पौधा लगाएं।
- इसकी शाखाएं और जड़ें दूर तक फैलती हैं, इसलिए इसे घर या इमारत से 15 मीटर दूर खुले पार्क या मैदान में लगाना चाहिए। फोटो-6 एमआरजे-53
: बरगद के पेड़ से हमें भरपूर मात्रा में आक्सीजन प्राप्त होता है। पौधों के पूजन की यह जो परंपरा चली आ रही है यह वास्तव में सूखी जीवन की कुंजी है। इस वट सावित्री व्रत पूजन के दिवस पर एक बरगद का पौध अवश्य
हम सब मिल कर लगाएंगे।
रत्ना द्विवेदी, शिक्षक, महराजगंज फोटो- 6 एमआरजे - 54
: बरगद का धार्मिक महत्व भी है। हमें अपने आसपास शुद्ध वायु के लिए बरगद जैसे पेड़ लगाने चाहिए। इस बार वट सावित्री व्रत के दिन हम बरगद का पौधा लगाएंगे।
श्रेया मिश्रा, भेड़िया फोटो-6 एमआरजे-55
वट सावित्री पूजन के लिए मैंने गमले में बरगद का पौधा लगा रखा है। इस बार वट सावित्री व्रत के दिन अपने घर के सामने बरगद का एक पौधा जरूर लगाऊंगी।
अनुपमा मिश्रा, देउरवा फोटो - 6 एमआरजे - 56
वट सावित्री का व्रत मैं कई साल से रह रही हूं। इस वट सावित्री व्रत पर मैंने बरगद का एक पौधा लगाने का संकल्प लिया है। निश्चित रूप से बरगद का पौधा हम सभी को भरपूर आक्सीजन देता है।
- मधु शुक्ला, नगर पालिका परिषद महराजगंज
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