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    UP News: साइबर क्राइम को लेकर एक्शन में योगी सरकार, अमरोहा पुलिस के इंटर्नशिप कार्यक्रम से युवा बन रहे 'डिजिटल योद्धा'

    इंटर्नशिप कार्यक्रम पूरी तरह नि:शुल्क है और अमरोहा पुलिस द्वारा आयोजित किया जा रहा है। इसके सभी सत्र ऑफलाइन आयोजित किए जा रहे हैं ताकि प्रतिभागियों में अनुशासन और संवाद कौशल को विकसित किया जा सके। प्रशिक्षण में राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञों द्वारा साइबर लॉ, डिजिटल फॉरेंसिक्स, एथिकल हैकिंग, OSINT, डार्क वेब, मोबाइल फॉरेंसिक्स आदि विषयों पर गहन जानकारी दी जा रही है। 

    By Amit Singh Edited By: Amit Singh Updated: Thu, 26 Jun 2025 05:42 PM (IST)
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    योगी सरकार की पहल पर अमरोहा पुलिस देशभर में बनी साइबर सुरक्षा का केंद्र 

    डिजिटल डेस्क, लखनऊ। योगी सरकार प्रदेश में साइबर अपराध पर लगाम लगाने के लिए लगातार बड़े कदम उठा रही है। योगी सरकार जहां एक ओर साइबर अपराध की रोकथाम के लिए विभिन्न तकनीक को अपना रही है, वहीं जिला स्तर पर पुलिस विभाग द्वारा नवाचार किये जा रहे हैं। इसी के तहत अमरोहा पुलिस मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में साइबर सुरक्षा इंटर्नशिप कार्यक्रम- 2025 के जरिये उत्तर प्रदेश के साथ देश के विभिन्न राज्यों के छात्रों को साइबर अपराध की रोकथाम के लिए जागरुक कर रही है।

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    साथ ही उन्हे अपराध पर लगाम लगाने के गुर सिखा रही है। यह कार्यक्रम न केवल एक प्रशिक्षण कार्यक्रम है, बल्कि एक आंदोलन है, एक ऐसा आंदोलन जो युवाओं को सशक्त बनाकर समाज को साइबर सुरक्षित बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश में तकनीक के माध्यम से कानून व्यवस्था को मजबूत बनाने की दिशा में यह एक मील का पत्थर साबित हो रहा है।

    सामुदायिक पुलिसिंग का नया मॉडल प्रस्तुत कर रही है अमरोहा पुलिस

    अमरोहा एसपी अमित कुमार आनंद ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरुप जिले में साइबर सुरक्षा इंटर्नशिप कार्यक्रम- 2025 का आयोजन किया जा रहा है, जो 30 जून तक चलेगा। कार्यक्रम में छात्रों को साइबर अपराध पर लगाम लगाने के गुर सिखाए जा रहे हैं। इतना ही नहीं उन्हे लोगों को जागरुक करने का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम में देशभर के 22 राज्यों के छात्र-छात्राएं भी भाग ले रहे हैं।

    इस पहल का उद्देश्य युवाओं को साइबर सुरक्षा के प्रति न केवल तकनीकी रूप से प्रशिक्षित करना है, बल्कि उन्हें डिजिटल प्रहरी के रूप में समाज के बीच तैयार करना भी है। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम केवल प्रशिक्षण तक सीमित नहीं है, बल्कि प्रशिक्षु अपने घर और स्कूलों में जागरूकता फैलाना है। अमरोहा पुलिस की यह पहल सामुदायिक पुलिसिंग का एक नया मॉडल प्रस्तुत कर रही है, जो यह दिखाता है कि पुलिस और समाज साथ मिलकर कार्य करें, तो डिजिटल युग की चुनौतियों से प्रभावी रूप से निपटा जा सकता है।

    डिजिटल सुरक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय पहचान बन रहा अमरोहा

    एसपी अमित कुमार आनंद ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार ने बीते वर्षों में साइबर अपराधों को नियंत्रित करने के लिए विशेष साइबर थाना, साइबर हेल्पलाइन, डिजिटल फ्रॉड ट्रैकिंग सिस्टम और साइबर जागरूकता अभियान जैसे कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। अब इन प्रयासों में अमरोहा पुलिस की यह अभिनव इंटर्नशिप पहल भी एक बड़ी कड़ी के रूप में जुड़ गई है, जो भविष्य के लिए एक मजबूत और जागरूक डिजिटल समाज के निर्माण में मदद करेगी।

    प्रशिक्षण कार्यक्रम केवल उत्तर प्रदेश तक सीमित नहीं है। यूपी से 248 प्रतिभागियों के अलावा बिहार (48), राजस्थान (42), दिल्ली (30), हरियाणा (29) सहित महाराष्ट्र, तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर, त्रिपुरा और ओडिशा से भी बड़ी संख्या में युवा भाग ले रहे हैं। अमरोहा पुलिस की अभिनव पहल से अमरोहा केवल भौगोलिक रूप से नहीं बल्कि डिजिटल सुरक्षा के क्षेत्र में भी एक राष्ट्रीय पहचान बना रहा है।

    राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञ हैकिंग रोकने का दे रहे प्रशिक्षण

    इंटर्नशिप कार्यक्रम पूरी तरह नि:शुल्क है और अमरोहा पुलिस द्वारा आयोजित किया जा रहा है। इसके सभी सत्र ऑफलाइन आयोजित किए जा रहे हैं ताकि प्रतिभागियों में अनुशासन और संवाद कौशल को विकसित किया जा सके। प्रशिक्षण में राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञों द्वारा साइबर लॉ, डिजिटल फॉरेंसिक्स, एथिकल हैकिंग, OSINT, डार्क वेब, मोबाइल फॉरेंसिक्स आदि विषयों पर गहन जानकारी दी जा रही है। इसके अलावा छात्रों को Capture The Flag (CTF) साइबर गेम्स और वास्तविक केस स्टडीज़ के माध्यम से व्यवहारिक अनुभव भी दिया जा रहा है, जिससे वे जमीनी स्तर पर साइबर अपराध की जांच प्रक्रियाओं को समझ सकें।