Mukhyamantri Abhyudaya Yojana: अभ्युदय कोचिंग के लिए रिकार्ड पंजीकरण, उपलब्ध कराया जाता है सिलेबस और क्वेश्चन बैंक
वर्ष 2024 में योजना से लाभांवित छात्रों ने प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता हासिल की थी। यूपीएससी में 13, यूपीपीसीएस के प्रिलिम्स में 300, नीट में 100, जेईई में 100, उप्र पुलिस में 82, बीपीएससी के प्रिलिम्स में 80, शिक्षक परीक्षाओं में 50 और सीएपीएफ में पांच अभ्यर्थी सफल हुए थे।
मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना की कोचिंग
राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ : मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना को लेकर युवाओं का उत्साह बढ़ रहा है। इस बार 30 हजार से अधिक अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया है। पिछले साल 25 हजार पंजीकरण हुए थे। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में बीते दो वर्ष के शानदार परिणामों ने मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना को सार्थक किया है।
समाज कल्याण विभाग एक जुलाई से नए सत्र की शुरुआत की तैयारी कर रहा है। समाज कल्याण विभाग की ओर से संचालित इस योजना के माध्यम से अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग के युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निश्शुल्क कोचिंग की सुविधा दी जाती है।
मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना की कोचिंग में संघ लोक सेवा आयोग, यूपी लोक सेवा आयोग, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, अन्य भर्ती बोर्ड संस्थाओं की प्रतियोगी परीक्षाएं, जेईई, नीट, एनडीए, सीडीएस, अर्धसैनिक केंद्रीय पुलिस बल, बैंकिंग, एसएससी, बीएड, टीईटी आदि परीक्षाएं शामिल हैं। योजना के तहत मंडल स्तर पर छात्रों को सिलेबस और क्वेश्चन बैंक भी उपलब्ध कराया जाता है। आनलाइन स्टडी मटेरियल के साथ आफलाइन कक्षाएं भी होती हैं।
वर्ष 2024 में योजना से लाभांवित छात्रों ने प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता हासिल की थी। यूपीएससी में 13, यूपीपीसीएस के प्रिलिम्स में 300, नीट में 100, जेईई में 100, उप्र पुलिस में 82, बीपीएससी के प्रिलिम्स में 80, शिक्षक परीक्षाओं में 50 और सीएपीएफ में पांच अभ्यर्थी सफल हुए थे।
इस बार हुए पंजीकरणों में सबसे अधिक संख्या लखनऊ जिले के अभ्यर्थियों की है। 25 जिलों में अभ्यर्थी अधिक होने के कारण प्रवेश परीक्षा कराई जा चुकी है। अन्य जिलों में मेरिट के आधार पर चयन किया जा रहा है। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि एक जुलाई से नया सत्र शुरू कर दिया जाएगा।
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