Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बर्ड फ्लू के कारण सात दिन और बंद रहेंगे यूपी के ZOO और लायन सफारी, गोरखपुर-कानपुर जू के जानवरों में संक्रमण की पुष्टि

    Updated: Tue, 20 May 2025 08:34 PM (IST)

    वन मंत्री अरुण कुमार सक्सेना ने गोरखपुर और कानपुर चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू के मामले सामने आने के बाद प्रदेश के सभी प्राणि उद्यान और इटावा लायन सफारी को ...और पढ़ें

    Hero Image
    सात दिन और बंद रहेंगे प्राणि उद्यान और लायन सफारी।

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। गोरखपुर व कानपुर चिड़ियाघर के जानवरों में एविएन इंफ्लूएंजा-एच-5 (बर्ड फ्लू) संक्रमण को देखते हुए प्रदेश सरकार ने सभी प्राणि उद्यान व इटावा लायन सफारी सात दिनों के लिए और बंद रखने का निर्णय लिया है। लखनऊ, कानपुर व गोरखपुर चिड़ियाघर के साथ ही इटावा लायन सफारी अब 27 मई तक बंद रहेंगे। 13 मई को भी सरकार ने सात दिनों के लिए चिड़ियाघर व लायन सफारी बंद करने का निर्णय लिया था। इसकी समय सीमा 21 मई को पूरी हो गई थी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना ने मंगलवार को बर्ड फ्लू की समीक्षा की। इसके बाद सात दिन और प्राणि उद्यान व लायन सफारी बंद रखने का निर्णय लिया। यह निर्णय आम जनमानस की सुरक्षा के लिए लिया गया है। गोरखपुर में स्थित शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान में मृत बाघिन के साथ ही एक तेंदुए में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। वहीं, कानपुर चिड़ियाघर में गोरखपुर से आए शेर के साथ ही एक मोर में बर्ड फ्लू की रिपोर्ट पाजिटिव आई है।

    बर्ड फ्लू को देखते हुए मुख्यमंत्री ने भी विभाग को इस संक्रमण को रोकने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप सभी आवश्यक कदम उठाने के लिए कहा है। उन्होंने प्राणि उद्यान परिसर को नियमित रूप से सैनेटाइज कराने व सभी वन्य जीवों व पक्षियों जांच नियमित कराने के लिए कहा है। उन्होंने यह भी कहा है कि सभी कर्मचारियों को इस संक्रमण से संबंधित विस्तृत जानकारी दी जाए और उन्हें पीपीई किट सहित आवश्यक सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराए जाएं। बर्ड फ्लू संक्रमण से मनुष्यों पर पड़ने वाले प्रभावों की भी स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से गहन समीक्षा की जाए।

    प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य जीव अनुराधा वेमूरी ने अधिकारियों से कहा कि प्राणि उद्यान के सभी वन्य जीवों की सघन निगरानी की जाए और लक्षणों के आधार पर समुचित चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। चिड़ियाघर के आस-पास वन्य जीव या बर्ड फ्लू से संबंधित पक्षी या फिर जीवों की असामान्य मृत्यु पर भी विशेष ध्यान दिया जाए।