चिड़ियाघर की सैर करना होगा अब और महंगा, दिव्यांग बच्चों को निश्शुल्क प्रवेश
बच्चों के टिकट में होगी बीस रुपये की वृद्धि, दिव्यांग बच्चों को निश्शुल्क सैर कराने की योजना, 29 जनवरी को बैठक में आएगा प्रस्ताव।
लखनऊ, (अजय श्रीवास्तव)। चिड़ियाघर की सैर करना अब दो गुना महंगा हो जाएगा। यहां प्रवेश करने पर 120 रुपए का टिकट लेना पड़ सकता है, जो अभी 60 रुपए का है। पांच से बारह वर्ष के बच्चों के टिकट पर भी बीस रुपए की वृद्धि हो सकती है, जो 60 रुपए का हो जाएगा। आय बढ़ाने के लिए चिड़ियाघर प्रशासन ने यह प्रस्ताव तैयार किया है। साथ ही दिव्यांग बच्चों को नि:शुल्क प्रवेश देने की तैयारी है।
अगर इन प्रस्तावों पर प्रमुख सचिव वन एवं वन्यजीव विभाग की अध्यक्षता वाली वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान परामर्शी समिति की मुहर लगी तो लोगों का चिड़ियाघर की सैर करना महंगा हो जाएगा। यह बैठक 29 जनवरी को होनी है। पांच नवंबर 2013 में टिकट की दरों में वृद्धि की गई थी। तब बड़ों का टिकट 50 से 60 और बच्चों का टिकट 30 से 40 रुपये किया गया था। चिड़ियाघर प्रशासन का यह तर्क है कि प्रवेश टिकट दर की वृद्धि से कर्मचारियों के वेतन और भत्ता वृद्धि की पूर्ति हो सकेगी।
वाजा का सदस्य बनने से मिलेंगे विदेशी वन्यजीव : लखनऊ चिड़ियाघर अब वाजा (अमेरिका की वन्यजीव संस्था-वल्र्ड एसोसिएशन ऑफ जू एंड एक्वेरियमस) का सदस्य बनना चाहता है। देश के करीब सभी चिड़ियाघर वाजा के सदस्य हैं। सदस्य बनने से लखनऊ जू को अन्य चिड़ियाघरों के नए कार्यो से साझा करने में मदद मिलेगी। विदेशों से वन्यजीव लेने में भी आसानी होगी। वाजा का सदस्य बनने के लिए लखनऊ चिड़ियाघर को वार्षिक फीस 3118 डॉलर देनी होगी। वाजा का सदस्य बनने के लिए कम से कम तीन वाजा सदस्य वाले चिड़ियाघरों से सहमति भी लेनी पड़ती है। नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान लखनऊ को पद्मजा नायडू हिमालयन, जुलॉजिकल पार्क, दार्जलिंग, राजीव गांधी जुलॉलिकल पार्क महाराष्ट्र और नेशनल जुलॉजिकल गार्डन नई दिल्ली प्रशासन ने अपनी सहमति भी दे दी है।
अगर इन प्रस्तावों पर प्रमुख सचिव वन एवं वन्यजीव विभाग की अध्यक्षता वाली वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान परामर्शी समिति की मुहर लगी तो लोगों का चिड़ियाघर की सैर करना महंगा हो जाएगा। यह बैठक 29 जनवरी को होनी है। पांच नवंबर 2013 में टिकट की दरों में वृद्धि की गई थी। तब बड़ों का टिकट 50 से 60 और बच्चों का टिकट 30 से 40 रुपये किया गया था। चिड़ियाघर प्रशासन का यह तर्क है कि प्रवेश टिकट दर की वृद्धि से कर्मचारियों के वेतन और भत्ता वृद्धि की पूर्ति हो सकेगी।
वाजा का सदस्य बनने से मिलेंगे विदेशी वन्यजीव : लखनऊ चिड़ियाघर अब वाजा (अमेरिका की वन्यजीव संस्था-वल्र्ड एसोसिएशन ऑफ जू एंड एक्वेरियमस) का सदस्य बनना चाहता है। देश के करीब सभी चिड़ियाघर वाजा के सदस्य हैं। सदस्य बनने से लखनऊ जू को अन्य चिड़ियाघरों के नए कार्यो से साझा करने में मदद मिलेगी। विदेशों से वन्यजीव लेने में भी आसानी होगी। वाजा का सदस्य बनने के लिए लखनऊ चिड़ियाघर को वार्षिक फीस 3118 डॉलर देनी होगी। वाजा का सदस्य बनने के लिए कम से कम तीन वाजा सदस्य वाले चिड़ियाघरों से सहमति भी लेनी पड़ती है। नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान लखनऊ को पद्मजा नायडू हिमालयन, जुलॉजिकल पार्क, दार्जलिंग, राजीव गांधी जुलॉलिकल पार्क महाराष्ट्र और नेशनल जुलॉजिकल गार्डन नई दिल्ली प्रशासन ने अपनी सहमति भी दे दी है।
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