Yogi Cabinet: सरकार ने 11 साल बाद बढ़ाई इन कर्मचारियों की सैलरी, पायलटों को तो अब मिलेंगे 5 लाख से 10 लाख महीना
उत्तर प्रदेश कैबिनेट ने नागरिक उड्डयन निदेशालय के संविदा कर्मचारियों का वेतन बढ़ाने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में यह निर्णय लिया गया जिससे पायलटों और अन्य तकनीकी कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि होगी। इस फैसले से सरकार पर 5.27 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ आएगा। कैबिनेट के इस निर्णय से 129 कर्मचारियों को लाभ होगा।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रदेश सरकार ने बढ़ती महंगाई को देखते हुए नागरिक उड्डयन निदेशालय के संविदा कर्मियों का पारिश्रमिक बढ़ा दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में कैबिनेट ने गुरुवार को पायलट से लेकर गैर तकनीकी कार्मिकों तक सभी का पारिश्रमिक बढ़ाने के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान कर दी।
इस निर्णय के बाद अब पायलटों को पांच लाख रुपये से लेकर 10 लाख रुपये महीना मिलेगा। अभी तक उन्हें 2.50 लाख से लेकर सात लाख रुपये तक मिलता था। कैबिनेट बैठक के बाद वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि इस निर्णय से 129 कर्मियों को लाभ मिलेगा।
सरकार पर 5.27 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार
सरकार पर 5.27 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार आएगा। को-पायलट को अभी 1.25 लाख रुपये से लेकर छह लाख रुपये मिल रहे हैं, अब इन्हें तीन लाख से लेकर सात लाख रुपये तक मिलेंगे। इन सभी का पारिश्रमिक 11 वर्ष बाद बढ़ाया जा रहा है। अंतिम बार पारिश्रमिक का पुनरीक्षण वर्ष 2014 में हुआ था।
विमानन अभियंता को अब तीन से पांच लाख रुपये मिलेंगे। इन्हें अभी तक 1.50 से 2.50 लाख रुपये ही मिलते थे। तकनीकी व गैर तकनीकी कर्मियों के भी वेतन में बढ़ोतरी की गई है। नागरिक उड्डयन निदेशालय में इस समय 18 पायलट, नौ विमानन अभियंता, 81 तकनीकी व गैर तकनीकी कार्मिक व 21 एयरोनाटिकल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट के कार्मिक हैं।
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