सीएम योगी का बड़ा ऐलान, महापुरुषों की जयंती पर नहीं होगी स्कूलों की छुट्टी
लखनऊ के हजरतगंज में बाबा भीमराव अंबेडकर को श्रृद्धांजलि देकर उन्होंने लोगों को संबोधित किया।
लखनऊ (जेएनएन)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि हर महापुरुष के नाम पर स्कूल बंद करने की परंपरा ठीक नहीं है। अब महापुरुषों के नाम पर होने वाली छुट्टियां बंद होंगी। महापुरुषों की जयंती और निर्वाण दिवस पर अब स्कूलों में घंटे दो घंटे के कार्यक्रम आयोजित होंगे ताकि बच्चे उनके संघर्ष और गौरवमयी व्यक्तित्व के बारे में जान सकें।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को विधानभवन के सामने स्थित अंबेडकर महासभा में बाबा साहब की जयंती पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। कहा, कई बार गांवों में जाने पर बच्चों से पूछा कि स्कूल क्यों नहीं गए तो वह कहते हैं कि आज इतवार है। यह याद दिलाने पर कि इतवार नहीं, मंगलवार है तो बस इतना बता पाते कि स्कूल में छुट्टी है। यह नहीं बता पाते कि छुट्टी किस बात की है। ऐसी छुट्टियों का कोई औचित्य नहीं है। योगी ने कहा कि कितनी विडंबना है कि 220 दिन विद्यालय चलने चाहिए लेकिन, 120 दिन से ज्यादा नहीं चल पा रहे हैं। अंबेडकर के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीति में एक पद पाने को लोग अपने सम्मान को गिरवी रखते हैं लेकिन बाबा साहब ने ऐसे पदों को ठुकरा दिया।
दिसंबर तक खुले शौच से मुक्त होंगे 30 जिले
मुख्यमंत्री ने अंबेडकर के सपनों को साकार करने का संकल्प दोहराते हुए कहा कि दिसंबर के अंत तक प्रदेश के 30 जिले खुले शौच से मुक्त होंगे और तीन वर्ष में पूरा प्रदेश इससे मुक्त हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने समाज के आखिरी वर्ग के प्रति चिंता जताते हुए कहा कि उनकी सरकार कृतसंकल्प है कि छुआछूत के नाम पर भेदभाव नहीं होने देगी। कहीं अन्याय नहीं होगा। 22 करोड़ लोगों की सुरक्षा होगी और कानून के साथ कोई खिलवाड़ नहीं कर पाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं पर चर्चा करते हुए योगी ने कहा कि 2022 तक एक भी गरीब दलित नहीं होगा जिसके पास आवास न हो। उन्होंने गरीबों और दलितों के लिए चलाई जा रही योजनाओं को प्राथमिकता पर लागू करने का भरोसा दिया।
दीप स्तंभ जैसा बाबा साहब का चरित्र : राज्यपाल
राज्यपाल राम नाईक ने समारोह को संबोधित करते हुए पिछले कार्यक्रमों की याद ताजा की। कहा, पहले भी तीन बार यहां आया लेकिन, अबकी बार सबकुछ बदला है। पहले मैं आता था तो मुख्यमंत्री (अखिलेश यादव) जा रहे होते लेकिन, अब मैं और मुख्यमंत्री दोनों साथ-साथ मंच पर बैठे हैं। नई सरकार की कार्यशैली की सराहना करते हुए राज्यपाल ने कहा कि बाबा साहब ने भारत के जनतंत्र को प्राण दिया है और उनका चरित्र दीप स्तंभ जैसा है। बाबा साहब के संविधान की महत्ता बताते हुए राम नाईक ने कहा कि पिछली सरकार में विधान परिषद सदस्यों के मनोनयन की सूची मेरे पास आई तो मैंने हस्ताक्षर करने से मना कर दिया क्योंकि, उसमें कई जेल जा चुके थे और कई ने टैक्स नहीं दिया था।
राज्यपाल ने कहा कि पिछले दिनों नेता प्रतिपक्ष के घोषणा पर भी उन्होंने आपत्ति की क्योंकि नई विधानसभा के अध्यक्ष ही नेता प्रतिपक्ष के चयन की घोषणा कर सकते हैं। उन्होंने योगी सरकार के कानून-व्यवस्था की सराहना की। आयोजक और समारोह के अध्यक्ष डॉ. लालजी प्रसाद निर्मल ने मुख्यमंत्री को मांग पत्र सौंपा जिसे मुख्यमंत्री ने पूरा करने का भरोसा दिया। इस मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल, श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और महिला कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी, प्रोफेसर रामनरेश चौधरी मौजूद थे।
संचालन बीना मौर्य एवं डॉ. कौलेश्वर प्रियदर्शी ने किया। इस मौके पर प्रोफेसर रामनरेश चौधरी की पुस्तक का मुख्यमंत्री ने विमोचन किया। इस मौके पर पत्रकार राजेन्द्र कुमार, डॉ. जिलेदार रावत, डॉ. सुरेश कुमार, डॉ. वीरेन्द्र कुमार, मनोज कुमार सेन, आरके सिंह को डॉ. अंबेडकर रत्न से मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया।
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