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    पुलिस स्मृति दिवस पर मुख्यमंत्री योगी ने शहीद जवानों को अर्पित की श्रद्धांजलि, बोले- हमेशा साथ खड़ी है सरकार

    Updated: Wed, 22 Oct 2025 05:30 AM (IST)

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार हमेशा शहीद पुलिसकर्मियों के परिवारों के साथ है। उन्होंने पुलिस विभाग के जवानों के बलिदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। उन्होंने पुलिस बल के मनोबल को बढ़ाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

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    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस स्मृति दिवस समारोह में शहीद पुलिसकर्मियों को पुष्प चक्र अर्पित कर नमन किया। रिजर्व पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने उत्तर प्रदेश पुलिस के तीन जवानों को भी श्रद्धांजलि दी। एसटीएफ के शहीद निरीक्षक सुनील कुमार, मुख्य आरक्षी दुर्गेश कुमार सिंह (जौनपुर) और आरक्षी सौरभ कुमार (गौतमबुद्ध नगर) के परिजनों से मुलाकात कर उनका सम्मान किया।

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    मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि परिवार के सदस्यों को आश्वस्त करते हुए कहा कि हमारी सरकारी उनके कल्याण और सभी सुविधाओं के लिए पूरी संवेदनशीलता के साथ हमेशा तत्पर रही है और आगे भी रहेगी।

    इन्हीं जांबाज पुलिसकर्मियों के साहस और बलिदान से उत्तर प्रदेश पुलिस ने चुनौतियों का सामना करते हुए विश्व के सबसे बड़े और सशक्त पुलिस बल के रूप में पहचान बनाई है। शहीद स्मारक हमारे उन जांबाजों की याद दिलाता है, जिन्होंने कर्तव्य और राष्ट्र की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। उनका त्याग नई पीढ़ी के लिए सदैव प्रेरणा बना रहेगा।

    उन्होंने कहा कि प्रदेश में वर्ष 2017 से अब तक 2.19 लाख से अधिक पुलिस कर्मियों की भर्ती की जा चुकी है। इनमें 34 हजार से अधिक महिलाएं हैं। वर्तमान में 28,154 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। 60,244 नव नियुक्त पुलिस कर्मियों को हाइब्रिड प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

    इसमें शारीरिक दक्षता और कानून की जानकारी के साथ ही तकनीकी दक्षता, साइबर अपराध की जांच, संवेदनशील संवाद के अभ्यास भी शामिल किया गया है। 31,968 पदों का सृजन किया गया है।

    वर्ष 2026 और बाद के वर्षों में सेवा से बाहर आने वाले अग्निवीरों को पुलिस आरक्षी, पीएसी, घुड़सवार एवं फायरमैन की सीधी भर्ती में भूतपूर्व सैनिकों की तरह सेवा की अवधि को घटाते हुए अधिकतम आयु में तीन वर्ष की छूट और 20 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण दिया गया है। पुलिस कर्मियेां के 234 मेधावी बच्चों को उत्तर प्रदेश पुलिस शिक्षा निधि से 51.10 लाख रुपये की छात्रवृत्ति दी गई है।

    मुख्यमंत्री ने बताया कि शहीद पुलिस कर्मियों, केंद्रीय अर्द्ध सैन्यबलों, सेना में कार्यरत व मूल रूप से उत्तर प्रदेश में रहने वाले 96 पुलिस कर्मियों के आश्रितों को 30.70 करोड़ रुपये आर्थिक सहायता दी गई है। उन्होंने कानून व्यवस्था, सामाजिक कार्यों, बालिकाओं, महिलाओं की सुरक्षा में सराहनीय भूमिका निभाई है।

    महाकुंभ 2025 के सफल आयोजन में बेहतर कार्य के लिए सराहना की। इससे पहले समारोह की शुरुआत में परेड कमांडर ने मुख्यमंत्री को सलामी दी। पुलिस उपाधीक्षक अभिसूचना मुख्यालय आभा पांडेय ने उन्हें शोक पुस्तिका सौंपी। शोक पुस्तिका को शहीद स्मारक पर स्थापित करने के बाद दो मिनट का मौन रखकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

    15 हजार से अधिक मुठभेड़ में 257 अपराधी ढेर

    मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराध एवं अपराधियों के प्रति जीरो टालरेंस की नीति के तहत 20 मार्च 2017 से 18 अक्टूबर 2025 तक 15 हजार से अधिक मुठभेड़ हुई हैं। इसमें 257 दुर्दांत अपराधी मुठभेड़ में मारे गए। 10 हजार से अधिक घायल हुए। इन कार्रवाई में 18 जवान वीरगति को प्राप्त हुए और 1745 घायल हुए हैं।

    20 मार्च 2017 से 21 सितंबर 2025 तक गैंगस्टर एक्ट में 36,930 और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून में 961 अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। 14,447 करोड़ से अधिक अवैध संपत्ति जब्त की गई है। 68 माफियाओं और उनके 1451 सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 627 से अधिक अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया।

    इनमें 274 के खिलाफ गुंडा एक्ट, 775 पर गैंगस्टर और 18 अपराधियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की गई है वर्ष 2017 से अब तक 34 कुख्यात माफिया और 71 दोषी सिद्ध हो चुके हैं। इनमें से दो को मृत्युदंड मिला है।

    34 पुलिसकर्मियों को राष्ट्रपति सेवा पदक

    मनोबल बढ़ाने के लिए गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस 2025 के मौके पर 34 पुलिस कर्मियों को राष्ट्रपति वीरता पदक, 11 पुलिस कर्मियों को राष्ट्रपति विशिष्ट सेवा पदक,145 पुलिस कर्मियों को सराहनीय सेवा के लिए पदक देकर सम्मानित किया गया है।

    गृह मंत्रालय भारत सरकार ने 763 अधिकारी और पुलिस कर्मियों को अति उत्कृष्ट सेवा पदक, 486 को उत्कृष्ट सेवा पदक दिया गया है। तीन राजपत्रित व अराजपत्रित पुलिस कर्मियों को मुख्यमंत्री उत्कृष्ट सेवा पदक दिया गया है। पुलिस महानिदेशक ने 90 अराजपत्रित पुलिस कर्मियों को उत्कृष्ट सेवा सम्मान चिन्ह, 404 अराजपत्रित पुलिस कर्मियों को सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह भी दिया गया है।