यूपी में एक्स-रे टेक्नीशियन भर्ती में गड़बड़ी का खेल, सामने आई बड़ी वजह… जिससे चहेतों को मिला लाभ
स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत 2016 में 403 एक्स-रे टेक्नीशियन की भर्ती में गड़बड़ी का आरोप है। शिकायतकर्ताओं के अनुसार साक्षात्कार के अंकों में बदलाव करके चहेतों को फायदा पहुंचाया गया। नियमावली के विपरीत साक्षात्कार के अंक कम कर दिए गए जिससे कम योग्यता वालों को नौकरी मिली। इस भर्ती की जांच की मांग की जा रही है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। स्वास्थ्य विभाग में वर्ष 2016 में हुई 403 एक्स-रे टेक्नीशियन की भर्ती में अपनों को फायदा पहुंचाने के लिए साक्षात्कार के नंबरों में खेल करने का आरोप लगाया गया है।
शिकायतकर्ताओं का कहना है कि एक्सरे टेक्नीशियन भर्ती नियमावली 1986 के अनुसार अभ्यर्थी के चयन के लिए 50 अंक शैक्षिक योग्यता और 50 अंक के साक्षात्कार का प्रविधान था, लेकिन अपनों को फायदा पहुंचाने के लिए वर्ष 2016 में साक्षात्कार के अंक 20 कर दिए गए। इससे कम शैक्षिक अर्हता वालों को फायदा पहुंचाकर उनकी नियुक्ति की गई।
स्वास्थ्य महानिदेशालय ने 10 सितंबर 2010 को एक्सरे टेक्नीशियन के 13 पदों और 23 फरवरी 2011 को 102 एक्सरे टेक्नीशियन के पदों का विज्ञापन जारी किया था। कुछ शिकायतों के बाद 16 जुलाई को 2012 को इस भर्ती को रद कर दिया गया।
17 दिसंबर 2012 में एक याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने स्वास्थ्य विभाग को नियमित नियुक्ति के लिए चयन की प्रक्रिया शुरू करने और जल्द से जल्द पदों को भरने का आदेश दिया। इसी के बाद 15 अक्टूबर 2013 को एक्स-रे टेक्नीशियनों के 287 पदों के लिए एक विज्ञापन जारी किया गया था।
इस भर्ती के लिए 21 दिसंबर से 29 दिसंबर 2013 तक साक्षात्कार कराए गए। इस मामले में गड़बड़ियों को लेकर कुछ अभ्यर्थी कोर्ट चले गए। इसके बाद 21 अक्टूबर 2014 को शासन ने इस भर्ती को निरस्त कर दिया।
इन सब प्रकरण के बाद तत्कालीन सरकार ने वर्ष 2015 में तृतीय श्रेणी की भर्तियों के लिए उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) का गठन किया। आरोप है कि वर्ष 2016 में यूपीएसएसएससी से कराई गई 403 एक्सरे टेक्नीशियन भर्ती की नियमावली में बदलाव किया और 50 अंक के साक्षात्कार की जगह 20 अंक का मानक तय कर दिया।
17 मई 2016 को अभ्यर्थियों के इसी आधार पर साक्षात्कार कराए गए 25 मई को इनका परिणाम घोषित किया गया और दो दिन के अंदर ही नियुक्ति पत्र आनलाइन जारी करते हुए जिलों में नियुक्तियां करा दी गई। करा दी गई।
शिकायतकर्ताओं का कहना है कि यूपीएसएसएससी ने बदले हुए नियमों के तहत चयन करने 403 टेक्नीशियन की नियुक्तियां करा दीं, लेकिन शासन से इसकी अनुमति 10 जून 2016 को मिली। शिकायतकर्ता 403 एक्स-रे टेक्नीशियन की पूरी भर्ती की जांच कराने की मांग कर रहे हैं।
इस मामले में चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अमित घोष का कहना है कि अभी उन्हें शिकायत नहीं मिली है। यदि कोई शिकायत आती है तो जांच कराई जाएगी।
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