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    UP News: एक्स-रे टेक्नीशियन नियुक्ति फर्जीवाड़े में शामिल अंकुर भी फरार, मैनपुरी और मुजफ्फरनगर में हुई थी नियुक्ति

    Updated: Fri, 12 Sep 2025 03:14 AM (IST)

    एक्स-रे टेक्नीशियन भर्ती घोटाले में एक और आरोपी अंकुर मिश्रा जांच शुरू होते ही फरार हो गया है। यूपीएसएसएससी सूची में दर्ज अंकुर को मैनपुरी और मुजफ्फरनगर में नियुक्त किया गया था। स्वास्थ्य विभाग में सुनियोजित तरीके से फर्जीवाड़ा किया गया जिसमें मिलते-जुलते नामों का इस्तेमाल हुआ। नामों में समानता रखी गई लेकिन पतों और शैक्षणिक योग्यता में भिन्नता दिखाई गई।

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    एक्स-रे टेक्नीशियन नियुक्ति फर्जीवाड़े में शामिल एक अंकुर भी फरार

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। एक्स-रे टेक्नीशियन नियुक्ति फर्जीवाड़े में अर्पित सिंह के अतिरिक्त जिस अंकुर मिश्रा नाम सामने आया था, वह भी जांच शुरू होते ही फरार हो गया है। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) की सूची में क्रमांक संख्या 166 पर दर्ज अंकुर पुत्र नीतू मिश्रा को एक जून 2016 को मैनपुरी मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) के अधीन भोगांव सीएचसी पर नियुक्ति दी गई थी।

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    वर्तमान में इसकी तैनाती जिला टीबी अधिकारी मैनपुरी के पास है। वहीं दूसरे अंकुर पुत्र नीतू मिश्रा को 12 जून 2016 को मुजफ्फर नगर की शाहपुर सीएचसी में नियुक्ति दी गई थी। वो फरार हो गया है।

    स्वास्थ्य विभाग के एक्स-रे टेक्नीशियन नियुक्ति फर्जीवाड़े में सुनियोजित तरीके से फर्जीवाड़ा किया गया है। सूत्रों का कहना है कि मिलते-जुलते नामों वाले अभ्यर्थी तलाशे गए। जिससे उन्हें आसानी से इस फर्जीवाड़े में खपाया जा सके। छह जिलों में फर्जी नामों से नियुक्ति पाने वाले अर्पित की तरह ही अंकुर मिश्रा के मामले में खेल किया गया।

    नाम और पिता का नाम एक रखा गया लेकिन घर का स्थायी पता बदल दिया गया। दोनों के जन्मदिन को एक माह के अंदर पर रखा गया। जिससे उम्र में अधिक अंतर न दिखे। हाईस्कूल, इंटरमीडिएट और एक्स-रे टेक्नीशियन के डिप्लोमा में भी बदलाव किया गया।

    वर्तमान में मैनपुरी जिला टीबी अधिकारी के पास कार्यरत अंकुर ने हाईस्कूल 2006 में, इंटरमीडिएट 2009 में और एक्स-रे टेक्नीशियन का डिप्लोमा 2012 मे लिया। जबकि मुजफ्फर नगर की शाहपुर सीएचसी पर नियुक्ति पाने वाले अंकुर ने हाईस्कूल 2007 में, इंटरमीडिएट 2010 में और स्टेट मेडिकल फैकल्टी से डिप्लोमा 2014 में उत्तीर्ण करना दिखाया है।

    एक अंकुर के घर का पता मानव संपदा पोर्टल पर आवास विकास गली नंबर-1 मैनपुरी दर्ज है। वहीं दूसरे अंकुर के घर का पता राजा का बाग गली नगर 2ए मैनपुरी दर्ज है। वहीं पांच जिलों में फर्जी तरीके से नियुक्ति लेने वाले एक अंकित को बर्खास्त किया जा चुका है। एक अन्य स्वयं ही इस्तीफा देकर चला गया। जबकि तीन अंकित फरार हैं। असली अंकित हरदोई की मलावां सीएचसी पर कार्यरत है।