UP Doctors Transfer: होम्योपैथिक चिकित्साधिकारियों के गलत तबादले होंगे निरस्त, जिम्मेदारों पर होगी कार्रवाई
यूपी में निदेशालय में तैनात बाबू के निलंबन के बाद हो रही जांच में सामने आए होम्योपैथिक चिकित्साधिकारियों वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्साधिकारियों जिला होम्योपैथिक चिकित्साधिकारियों व फार्मासिस्टों के गलत ढंग से किए गए तबादले निरस्त किए जाएंगे। बता दें कि बीते 30 जून को होम्योपैथिक चिकित्साधिकारियों सहित कई तबादले हुए थे। लगातार आ रही शिकायतों पर शासन की सख्ती के बाद यह कदम उठाया गया है।

लखनऊ, राज्य ब्यूरो। होम्योपैथिक चिकित्साधिकारियों, वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्साधिकारियों, जिला होम्योपैथिक चिकित्साधिकारियों व फार्मासिस्टों के गलत ढंग से हुए तबादले निरस्त करने की तैयारी की जा रही है। खासकर आकांक्षी जिलों व दिव्यांग इत्यादि के लिए बने नियमों का पालन न होने से सवाल खड़े हो रहे हैं। विभागीय अधिकारियों ने इस गड़बड़ी के लिए होम्योपैथी निदेशालय में तैनात कनिष्ठ सहायक रघुवर तिलक को दोषी मानते हुए उसे निलंबित कर दिया है, लेकिन अभी और जिम्मेदारों पर कार्रवाई होना तय है।
निदेशक होम्योपैथी डा. अरविंद कुमार वर्मा की ओर से जारी निलंबन आदेश में स्पष्ट लिखा गया है कि इस बाबू ने उच्चाधिकारियों को गलत सूचनाएं दी और गुमराह किया। अब सवाल यह उठ रहे हैं कि स्थानांतरण नीति के तहत तबादले के आदेश जारी होने से पहले उसकी स्क्रीनिंग किसी अधिकारी द्वारा क्यों नहीं की गई। जिलों से लगातार गड़बड़ियों की आ रही शिकायतों पर शासन की सख्ती के बाद ही कदम उठाया गया।
बीते 30 जून को 151 होम्योपैथिक चिकित्साधिकारियों, छह जिला होम्योपैथिक चिकित्साधिकारियों, 33 वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्साधिकारियों और करीब 150 फार्मासिस्टों के स्थानांतरण किए गए और उसी दिन कई का संशोधन भी किया गया। 151 होम्योपैथिक चिकित्साधिकारियों में से 30 के स्थानांतरण आदेश को संशोधित या रद करना सवाल खड़ा कर रहा है।
खासकर आकांक्षी जिले महोबा के राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय कबरई पर लखीमपुर खीरी में तैनात डा. सरोज कुमार के स्थानांतरण को संशोधित कर पीलीभीत किया जाना, जबकि मुख्यमंत्री की घोषणा पर शुरू हुए इस चिकित्सालय में पहली बार चिकित्साधिकारी की तैनाती हुई थी और इसे फिर रिक्त कर दिया गया। इसी तरह सिद्धार्थ नगर के राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय मिठवल खास से डा. मुश्ताक अहमद का तबादला बाराबंकी, सोनभद्र में डा. सुरेखा, चित्रकूट में डा. जवाहर लाल, बहराइच में डा. राजेश कुमार का किया स्थानांतरण किन परिस्थितियों में संशोधित किया गया।
जबकि यह आकांक्षी जिले हैं, यहां चिकित्सकों की पर्याप्त संख्या होनी चाहिए। आकांक्षी जिलों के अलावा डा. विपिन कुमार पांडेय, डा. अरूण कुमार वर्मा, डा. अजय प्रताप सिंह और डा. वीरेन्द्र कुमार के पुत्र व पुत्री 75 प्रतिशत से लेकर शत-प्रतिशत दिव्यांग हैं, फिर भी इनका स्थानांतरण कर दिया गया। फिलहाल अब और जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों को चिह्नित कर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
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