Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Navratri 2022: शारदीय नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी स्वरूप की आराधना, लखनऊ के मंदिरों में उमड़ी भीड़

    By JagranEdited By: Vikas Mishra
    Updated: Tue, 27 Sep 2022 11:50 AM (IST)

    Navratri 2022 बड़ी काली मंदिर और आनंदी देवी मंदिर के पास मेला लगा। सुबह से चुनरी के साथ ही प्रसाद की दुकानों पर लोग खड़े नजर आए। मंदिर में कतारों में खड़े लोग अभी बारी का इंतजार कर रहे थे। मां के दर्शन की अभिलाषा देखते ही बन रही थी।

    Hero Image
    Navratri 2022: मंगलवार को लखनऊ के मंदिरों में भक्तों की कतार लगी रही

    Navratri 2022: लखनऊ, जागरण संवाददाता। बड़ा प्यारा सजा है दरबार भवानी...और भक्तों को दर्शन दे गईं रे एक छोटी सी कन्या...जैसे भजनों से गुंजामान वातावरण, मां के जयकारे लगाते कतारों में खड़े श्रद्धालु, सप्तशती का पाठ और फिर मां की महाआरती। कुछ ऐसा ही माहाैल मंगलवार को मंदिरों और घरों में नजर आया। मौका था, मां भगवती के द्वितीय ब्रह्मचारिणी स्वरूप की आराधना का। घरों में कलश के सामने श्रद्धालुओं ने विधि विधान से मां की आराधना की। परिवार के साथ सप्तशती का पाठ किया। घसियारी मंडी के कालीबाड़ी मंदिर में सुबह महिषासुरमर्दिनी का पाठ हुआ तो चौक की बड़ी व छोटी काली जी मंदिर में पुजारी ने महाआरती की। रानी कटरा के संकटा देवी मंदिर और चौपटिया के संदोहन देवी मंदिर में मां की हरे रंग की चुनरी से श्रृंगार किया गया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ठाकुरगंज के मां पूर्वी देवी मंदिर, शास्त्रीनगर के मां दुर्गा देवी, एलडीए कालोनी सेक्टर-एच स्थित नागेश्वर धाम द्वादश ज्योतिर्लिंग मंदिर, कृष्णा नगर के मां भगवती मंदिर, आलमबाग के मौनी बाबा मंदिर, बख्शी का तालाब के चंद्रिका देवी मंदिर और इक्वायन शक्तिपीठ मंदिर में भी महाआरती के साथ पूजन किया गया। गोसाईंगंज के चतुर्भुजी मंदिर में अनुराग गुप्ता के संयोजन में लगी कतारों मेें श्रद्धालुओं दर्शन किए। महिलओं ने दर्शन कर मां की आरती उतारी। संदोहन देवी मंदिर के अध्यक्ष कमल मेहरोत्रा ने बताया कि मंदिर में सुबह से ही दर्शन के लिए मां के दरबार में कतार लग गई थी। मेले में महिलाओं ने खरीदारी की। 

    बड़ी काली जी मंदिर के पास लगा मेलाः बड़ी काली जी मंदिर और आनंदी देवी मंदिर के पास मेला लगा रहा। सुबह से चुनरी के साथ ही प्रसाद की दुकानों पर लोग खड़े नजर आए। मंदिर में कतारों में खड़े लोग अभी बारी का इंतजार कर रहे थे। मां के दर्शन की अभिलाषा देखते ही बन रही थी। सुबह से लेकर शाम तक श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। मेले में बच्चों के साथ महिलाओं ने जरूरत का सामान खरीदा।