Ambedkarnagar Murder Case: अपनी आंखों के सामने कराना चाहती थी पति की हत्या, प्रेमी संग मिलकर बनाया था प्लान
अंबेडकरनगर में चार दिन पहले एक शिक्षक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के आरोप में शिक्षक की पूर्व पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार किया है। प्रेमी दयाशंकर ने पूरी घटना में अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
अंबेडकरनगर, संवादसूत्र। जिले चार दिन पहले शिक्षक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के आरोप में पूर्व पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार किया है। प्रेमी रवि पांडेय ने पूरी घटना में अपना जुर्म कबूल कर लिया है। शिक्षक रामशंकर मिश्रा की हत्या की पटकथा दो वर्ष पहले ही तैयार की गई थी। इसे अमलीजामा पहनाने के लिए प्रेमी युगल ढाई माह से प्रयासरत थे। आरोपित महिला घटना को अपनी आंखों के सामने अंजाम दिलाना चाहती थी। हालांकि, उसे यह अवसर नसीब नहीं हो सका, लेकिन उसके सपने को प्रेमी ने आखिरकार एक अगस्त को पूरा कर दिया।
दो साल से बनाई हत्या की योजना: दोनों ने शिक्षक के स्कूल से लेकर बेलाघाट पुल, बेला-खजुरी मार्ग, खजुरी-समंथा मार्ग, इटवा तालाब व प्राथमिक विद्यालय, समंथा-जमोलीगंज मार्ग व घर तक कई बार रेकी की थी। वे दो-तीन बार मोटरसाइकिल से उसके घर तक पहुंचकर उसकी दिनचर्या आदि का भेद परिवारजन व गांव वालों से लेते रहे। ढाई महीने से घटना को अंजाम देने के लिए दोनों परेशान थे। इसका एहसास रामशंकर को दो साल पहले तब हो गया था, जब उन्होंने महरुआ थाने के गांव लौटन सेमरी निवासी गीता से तीसरी शादी कर ली। उस समय उनकी दूसरी पत्नी सुनीता पांडेय ने अपने प्रेमी रवि पांडेय के साथ उसके घर पहुंचकर विवाद किया और जाते समय हत्या की धमकी दी थी। इससे वह काफी सतर्क रहते थे। वह विद्यालय रास्ता बदलकर आते जाते थे। रेकी किए जाने से उन्हें खतरे का एहसास हो गया था। इसके बावजूद उन्होंने इसकी जानकारी किसी को नहीं दी। घटना के चार दिन पूर्व सिर्फ अपनी पत्नी गीता से रेकी की बात साझा की थी।
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एक साथ मारी छह गोलियां:शनिवार को आरोपित रवि घटना को अकेले ही अंजाम देने की नीयत से निकल पड़ा। पुलिस के मुताबिक उसने प्रेमिका सुनीता को इसकी जानकारी दिए बगैर अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर लेकर सुल्तानपुर जिले के प्राथमिक विद्यालय बिरमलपुर पहुंचा। स्कूल से कुछ दूर पांच घंटे से अधिक समय तक शिक्षक के निकलने का इंतजार किया। स्कूल से निकलते ही मोटरसाइकिल से उनके पीछे लग गया। रास्ते में सुनसान जगहों पर मारना चाहा, लेकिन परिस्थितियां बाधक बन गईं। अंततः यह मौका उसे ईंटवा स्कूल के निकट मिल गया और रिवाल्वर की छह गोलियां उतारकर मौत की नींद सुला दिया। रवि पांडेय ने अपने इकबालिया जुर्म किया है।