रायबरेली में निकाह के 40 साल बाद पति ने तीन तलाक देकर घर से निकाला, पत्नी बोली- लगातार देता रहा शारीरिक यातनाएं
रायबरेली के जिले के हरीपुर मिरदहा गांव का मामला। पति तलाक-तलाक-तलाक बोलकर 60 वर्षीय पत्नी को घर से निकाल दिया। पीड़िता ने बताया कि पति बीमार होने पर इलाज नहीं कराता और कई दिनों तक भूखा रखता था। लगातार शारीरिक यातनाएं भी देता रहा।

रायबरेली, जेएनएन। Triple Talaq Case: जीवनभर साथ-साथ रहने की कसमें खाईं। दुख-सुख में भागीदारी के वादे किए, लेकिन जब बुढ़ापे में सहारा बनने का वक्त आया तो साथ छोड़ दिया। निकाह के 40 साल बाद घरेलू विवाद में पति ने तीन बार तलाक-तलाक-तलाक बोलकर 60 वर्षीय पत्नी को घर से निकाल दिया। पीड़िता ने बताया कि पति बीमार होने पर इलाज नहीं कराता और कई दिनों तक भूखा रखता था। लगातार शारीरिक यातनाएं भी देता रहा। महिला ने पति के विरुद्ध तलाक देकर घर से निकालने का केस दर्ज कराया है।
40 साल तक सहती रही शारीरिक यातनाएं: मामला जिले के हरीपुर मिरदहा गांव का है। यहां की रहने वाली सब्बो का निकाह वसीक खान के साथ करीब 40 वर्ष पूर्व हुआ था। दोनों से दो बेटियां हैं, जो अभी अविवाहित हैं। पति-पत्नी के बीच 17 नवंबर 2020 की रात घरेलू बातों को लेकर कहासुनी होने लगी। पीड़िता का आरोप है कि पति ने मारपीट की। तीन बार तलाक-तलाक कहकर उसे घर से निकाल दिया। ऐसे में वह गांव में ही भाई मुसीर खान के घर के पास खंडहर में छप्पर रखकर रहने लगी। मेहनत-मजदूरी कर अपना पेट पाल रही है। बेटियां पति के ही पास हैं। बकौल सब्बो, भाई और ग्रामीणों ने काफी प्रयास किया कि उम्र के इस पड़ाव में सुलह-समझौता हो जाए, लेकिन बात नहीं बनी। इसके बाद पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की गुहार लगाई। पीड़िता ने बताया कि पति बीमार होने पर उसका इलाज नहीं कराता और कई दिनों तक भूखा रखता था। इतना ही नहीं, लगातार शारीरिक यातनाएं भी देता रहा।
मुकदमा दर्ज, जांच में लगी पुलिस: प्रभारी निरीक्षक राजेश सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर मारपीट, गाली-गलौज सहित 3/4 मुस्लिम महिला विवाह संरक्षण अधिनियम वर्ष 2019 के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।