Fire In Train: मदुरै एक्सप्रेस में जिस समय लगी आग नींद में थे लोग, बोले- धमाका होते ही भागे पर लगा था ताला
मदुरै रेलवे स्टेशन के पास शनिवार तड़के बोडी लेन पर खड़ी मदुरै एक्सप्रेस ट्रेन में सिलेंडर में धमाके के बाद आग लगने से दस लोगों की मौत हो गई और 20 से अधिक घायल हो गए। जिस बोगी में आग लगी उसे सीतापुर बुक किया गया था। इसमें लखीमपुर के भी कई लोग थे। लोगों ने बताया कि ब्लास्ट के बाद जैसे ही आग लगी हड़कंप मच गया।
लखनऊ, जेएनएन। मदुरै में हुए रेल हादसे के घायलों का उपचार चेन्नई के अस्पताल में चल रहा है। इस यात्रा पर गए यात्री अशोक प्रजापति ने बताया कि यार्ड में बोगी की शंटिंग के बाद गेट में भीतर से सुरक्षा के कारण ताला लगा दिया गया था। हादसे के समय ताला खोलने के लिए चाभी मांगी गयी लेकिन वह अफरातफरी में नहीं मिली। किसी तरह ताला तोड़कर यात्रियों ने कूदकर अपनी जान बचायी।
सीतापुर के आदर्शनगर निवासी अशोक प्रजापति अपनी पत्नी सहित नौ लोगों के ग्रुप में यात्रा कर रहे थे। उन्होंने बताया कि सुबह करीब पांच बजे यात्री गहरी नींद में थे। इसी समय अचानक भगदड़ मचने लगी। अशोक ने पहले अपनी पत्नी को बाहर निकाला। इसके बाद दरवाजे से वह कूद गए। हालांकि इस दौरान अशोक प्रजापति और उनकी पत्नी को आग ने चपेट में ले लिया। उन्होंने बताया कि टूर एंड ट्रैवल्स के लोग भी सफर कर रहे थे।
ट्रेन हादसे में जलकर हरदोई के व्यापारी की मौत, चार झुलसे
मदुरै रेलवे स्टेशन तमिलनाडू में हुए हादसे में हरदोई के व्यापारी की जलकर मौत, सांडी के चार अन्य लोग झुलसे। मुहल्ला प्रगतिनगर के चंदीपुरवा के परमेश्वर दयाल गुप्ता की जलकर मौत हो गई। वहीं सांडी के नबाबगंज निवासी रिश्तेदार प्रदीप गुप्ता के साथ यात्रा पर गए थे। हादसे में परमेश्वर दयाल गुप्ता की पत्नी रेनू गुप्ता गंभीर रूप से झुलस गईं। जबकि टड़ियावां के विद्यासागर, प्रदीप गुप्ता और उनकी पत्नी किरन गुप्ता भी झुलस गईं।