Weather Update: मूसलाधार बारिश से उफान पर नदियां, वज्रपात से आठ मौतें; बनारस में शवदाह छतों पर
UP Weather News बांदा में केन नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है जबकि फर्रुखाबाद में गंगा चेतावनी बिंदु पर है। वाराणसी में गंगा के बढ़ते जलस्तर के कारण शवदाह छतों पर हो रहा है। सारनाथ में वज्रपात से बुद्ध प्रतिमा क्षतिग्रस्त हो गई है। वज्रपात और बाढ़ में डूबने से कई लोगों की जान गई है जिससे तराई इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।

जागरण टीम, लखनऊ। दो दिन से प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में झमाझम बारिश का दौर जारी है, इसके साथ ही नदियों में उफान भी। गंगा-यमुना समेत अन्य नदियों में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। बांदा में केन नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। फर्रुखाबाद में गंगा चेतावनी बिंदु 136.60 मीटर पर बह रही है। वाराणसी में गंगा के बढ़ते जलस्तर के कारण मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र घाट पर शवदाह सीढ़ियों के बजाय छत पर किया जा रहा है।
प्रयागराज में रविवार को भागीरथी बड़े हनुमान मंदिर की चौखट तक पहुंच गईं। उधर, वज्रपात से सारनाथ के थाई बौद्ध विहार में देश की सबसे बड़ी बुद्ध प्रतिमा क्षतिग्रस्त हो गई। प्रतिमा के सिर पर बालों के गुच्छे वाला हिस्सा टूट गया। गंधार शैली में चुनार के बलुआ पत्थर बनी यह प्रतिमा 80 फीट ऊंची है। पर्यटकों के प्रतिमा के पास जाने पर रोक लगा दी गई है।
वज्रपात से आठ की मौत
वज्रपात से आठ लोगों की जान चली गई। ये घटनाएं जौनपुर, रायबरेली, गोरखपुर, कुशीनगर, कानपुर देहात, चंदौली और आजमगढ़ में हैं। सुलतानपुर में वज्रपात से 13 और कासगंज में सात लोग झुलस गए। चित्रकूट में मंदाकिनी नदी का पानी उतर रहा है। पानी में डूबे तीन लोगों के शव बरामद हुए हैं। बांदा में भी एक मौत डूबने से हो गई।
वाराणसी में गंगा के जलस्तर में आठ घंटों में 36 सेंटीमीटर बढ़ गया है। गंगा के बढ़ने से वरुणा नदी में पलट प्रवाह से निचले इलाकों के घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश करने लगा है। गाजीपुर, बलिया, मीरजापुर में भी गंगा के जलस्तर में वृद्धि जारी है।
प्रयागराज में गंगा और यमुना नदी के पानी में बढ़ोत्तरी
प्रयागराज में गंगा के जलस्तर में 20 घंटे के अंदर 1.99 मीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई। यमुना में भी 92 सेंटीमीटर बढ़ोतरी हुई। शहर के कई पक्के व कच्चे घाट डूब गए हैं। तराई के इलाकों में बाढ़ को लेकर लोग भयभीत हैं और प्रशासन की भी नींद उड़ गई है। गंगा नदी का पानी हनुमान मंदिर कारीडोर की दीवार यानी चौखट तक पहुंच गया। घाटों पर दर्जनों दुकानें पानी की चपेट में आ गईं। किला घाट और दशाश्वमेध घाट की लगभग सभी सीढ़ियां पानी में डूब चुकी हैं।
संगम नोज, रामघाट, कालीघाट, त्रिवेणी मार्ग, नागवासुकी मंदिर के पास स्थित घाटों को बाढ़ की वजह से तीर्थ पुरोहितों व दुकानदारों को खाली करना पड़ा। एडीएम एफआर विनीता सिंह ने बताया कि 87 बाढ़ शरणालय बनाए गए हैं। बुंदेलखंड और आसपास के जिलों में भारी बारिश के कारण नदियों में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं।
बांदा में केन नदी का जलस्तर बढ़ा
बांदा में रविवार को केन नदी का जलस्तर 5.2 मीटर बढ़ा और खतरे के निशान 104 मीटर को पार करते हुए 104.80 मीटर पर पहुंच गया। पैलानी क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित इलाकों में पानी भर गया। उरई में बेतवा नदी उफान पर है। हमीरपुर में यमुना और बेतवा दोनों नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। कन्नौज में गंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। उन्नाव में गंगा का जलस्तर 15 सेंटीमीटर बढ़कर 110.770 मीटर पहुंच गया है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।