गर्मियों में है घूमने का प्लान तो इमामबाड़े से लेकर वाटर पार्क तक करें एक्सप्लोर, क्योंकि लखनऊ नहीं देखा तो कुछ नहीं देखा!
गर्मी की छुट्टियाें में लखनऊ घूमने का प्लान है तो यह खबर आपके काम की है। इस खबर में आपको ऐसे जगहों के बारे में बताया गया है जो आपको बेहद पसंद आने वाला है। इसमें आनंदी वाटर पार्क कला गांव जैसी कई जगहें शामिल हैं।

लखनऊ [वृंदा श्रीवास्तव]। गर्मी की छुट्टियां शुरू होने को हैं। ऐसे में आप घूमने का प्लान तो बना ही रहे होंगे। अगर आपने जून और जुलाई के महीने में लखनऊ घूमने का मन बनाया है तो यह खबर आपके काम की है। इसमें हम आपको लखनऊ के ऐसे जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपको बेहद पसंद आने वाला है। इन जगहों पर आपको मूलभूत सुविधाएं भी मिलेंगी। वहीं आपका पसंदीदा भोजन भी उपलब्ध रहेगा। आइये हम जानते हैं कि घूमने के लिए कौन सी जगह बेहतर है-
बड़ा इमामबाड़ा : लखनऊ स्थित बड़ा इमामबाड़ा यहां के प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों में से एक है, यह शहर की संस्कृति और समृद्ध विरासत का प्रतीक है। इसे नवाब की कब्र के लिए आसफी इमामबाड़ा और भ्रामक रास्तों के कारण भूल-भुलैया भी कहा जाता है। यहां घूूूूमने पर आपको इसके कुछ रोचक तथ्य भी जानने को मिलेंगे। वहीं लखनऊ की पहचान भी यहां घूमने सेे होगी। इसके अलावा यह इमारत भीषण गर्मी होने के बावजूद आपको ठंडक प्रदान करेगी।
कला गांव : यह लखनऊ का एक पारंपरिक अवधी गांव है जो फैजाबाद रोड स्थित इंदिरा नहर के किनारे बसा हुआ है। यह जगह पर्यटकों को ग्रामीण भारत का स्वाद देती है। यहां इतनी हरियाली है कि जून जैसे मौसम में भी घूमने पर आपको गर्मी का अहसास नहीं होगा। यहां सेल्फी पाइंट भी बनाये गए हैं। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए यहां आर्ट गैलरी, एक स्ट्रिंग कठपुतली थिएटर जो राजस्थान की नकल करता है, शिल्प बाजार, ओपन एयर थिएटर जहां मौसमी नृत्य के प्रोग्राम और कहानी सुनाना आयोजित किया जाता है। यहां एक्का की सवारी, बैलगाड़ी की सवारी, लोक-गीत, पतंगबाजी, मुर्गा-लड़ाई, मिट्टी के बर्तनों का शो, नौटंकी, गिल्ली-डंडा, बिरहा और बहुत कुछ का आनंद लिया जा सकता है।
- समय : सुबह 10.30 बजे से रात 09.30 बजे तक।
- प्रवेश शुल्क : 400 रुपये प्रति व्यक्ति वयस्क के लिए, 4 से 9 साल के बच्चों के लिए 250 रुपये प्रति प्रवेश, इसमें अवधी शैली में लंच/डिनर शामिल है।
- लंच/डिनर का समय : दोपहर 12.30 - 03.30 बजे और 07.30 - 09.30 बजे।
जनेश्वर मिश्र पार्क : यह पार्क लखनऊ के गोमती नगर एक्सटेंशन में है। एशिया के सबसे बड़े पार्क जनेश्वर मिश्र पार्क में प्रवेश टिकट 10 रुपए का होगा। 12 साल से कम व 60 साल से ऊपर और दिव्यांगों को फ्री एंट्री मिलेगी। यहां 40 एकड़ में बनी खूबसूरत सी झील पर्यटकों को मंत्रमुग्ध करती है। आप इस सुन्दर झील में चाहे तो नाव की सवारी (Boating) का भरपूर आनंद ले सकते है। यहां की हरियाली और खूबसूरती फोटोशूट के लिए बेस्ट मानी गयी है।
नवाब वाजिद अली प्राणि उद्यान : हजरतगंज में बने चिड़ियाघर में हजारों पशु पक्षियों की धुन आपके मन को सुकून देगी। यहां झील में आप चाहें तो पेडल बोटिंग का बखूबी आनंद उठा सकते हैं। यहां पर लुप्त हो चुके कई प्रजाति के वन्यजीव मौजूद हैं। इसके अलावा यहां बच्चों के लिए बाल रेल, संग्रहालय, तितली पार्क (जिसमें 75 प्रजाति की तितलियों को देखा जा सकता है), फिश हाउस, आउल हाउस, इंटरप्रेटेशन सेन्टर भी देखा जा सकता है। इसके खुलने का समय सुबह 9 और बन्द होने का समय 5 बजे है।
आनंदी वाटर पार्क : यह वाटर पार्क फैजाबाद रोड पर इंदिरा नहर के पास है। यहां बने स्विमिंग पूल आपको तरोताजा कर देंगे। ये भी कह सकते हैं कि अगर आप समुद्र किनारे बैठे हुए पल को कुछ देर के लिए जीना चाहते हैं तो यह जगह एक बेहतर विकल्प है। यहां आप लहरों को छू सकते हैं। बारिश का आनंद ले सकते हैं। टिकट की कीमत वयस्कों के लिए 700 जबकि बच्चों के लिए 600 है।
नीलांश थीम वाटर पार्क : 22 एकड़ में फैला यह वाटर पार्क रिजार्ट का भी आनंद देता है। यहां वाटरफाल डांस जोन लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करता है। यहां उपस्थित सुंदर उद्यान, झीलें आपकी फैमिली फोटोग्राफ के लिए यादगार का काम करती हैं। यहां पर ट्यूबलाइट फैमिली स्लाइड रेन, डांस फ्लोर, वेब जोन, वाटरफाल डांस जोन जैसी कई चीजें एन्जाय करने के लिए मिलेंगी।
घूमने के लिए यह भी विकल्प
- पुराना लखनऊ हुसैनाबाद
- दिलकुशा कोठी
- हजरतगंज, अमीनाबाद, चौक, भूतनाथ और पत्रकार बाजार
- अम्बेडकर पार्क
- आम्रपाली वाटर पार्क
- फीनिक्स प्लासियो माल, सहारागंज माल, फन माल
- चंद्रिका देवी मंदिर
- रीवर फ्रंट
- कुकरैल पिकनिक स्पाट
- बुद्धा पार्क
- ईको गार्डन
लखनऊ के आसपास पर्यटन स्थल
- अयोध्या रामनगरी
- सीतापुर नैमिषारण्य
- कानपुर बिठूर
- नवाबगंज पक्षी विहार
- वारणसी काशी विश्वनाथ मंदिर
- श्रावस्ती
कोविड नियमों का होगा पालन : करीब दो साल बाद कोविड का असर थोड़ा कम होने से पर्यटन की अपार संभावनाएं बनीं है। इसके लिए सभी पर्यटन स्थलों पर कोविड प्रोटोकाल का पालन करना अनिवार्य होगा। बिना मास्क के प्रवेश नहीं दिया जाएगा। सामाजिक दूरी का पालन करना अनिवार्य होगा।
बने हैं टूरिस्ट गाइड सेंटर : अगर आपको यात्रा से संबंधित कोई भी जानकारी चाहिए तो कैसरबाग, हजरतगंज, चारबाग, एयरपोर्ट समेत विभिन्न जगहों पर टूरिस्ट गाइड सेंटर बने हुए हैं। यहां आप किसी भी प्रकार की जानकारी हासिल कर सकते हैं। वहीं अगर आपको घूमने के लिए गाड़ी की जरूरत है तो यह भी सुविधा आपको यहीं पर पर्यटन विभाग उपलब्ध कराएगा।
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