झारखंड का वांछित कुख्यात अभिनव सिंह लखनऊ में गिरफ्तार, डिप्टी मेयर के हत्यारोपितों को दिलाई थी यूपी में शरण
झारखंड में भाजपा विधायक ढुल्लू मेहतो के करीबी राजेश गुप्ता पर बम से हमला करने समेत पांच संगीन घटनाओं में वांछित चल रहे 50 हजार के इनामी बदमाश अभिनव प्रताप सिंह उर्फ बडू को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया है।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। झारखंड में भाजपा विधायक ढुल्लू मेहतो के करीबी राजेश गुप्ता पर बम से हमला करने समेत पांच संगीन घटनाओं में वांछित चल रहे 50 हजार के इनामी बदमाश अभिनव प्रताप सिंह उर्फ बडू को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया है। यूपी एसटीएफ और झारखंड पुलिस की संयुक्त टीम ने अयोध्या निवासी अभिनव को चिनहट क्षेत्र से पकड़ने में कामयाबी हासिल की है। अभिनव कुख्यात अजय सिंह सिपाही का मौसेरा भाई है और उसने माफिया मुन्ना बजरंगी का हाथ थामकर अपराध की दुनिया में रसूख बढ़ाया था। वह माफिया मुख्तार अंसारी गिरोह का भी करीबी रहा है। अभिनव ने झारखंड के डिप्टी मेयर नीरज सिंह के हत्यारोपितों को यूपी में कई स्थानों पर शरण भी दिलाई थी।
यूपी एसटीएफ के डिप्टी एसपी प्रमेश कुमार शुक्ला ने बताया कि झारखंड पुलिस अभिनव को ट्रांंजिट रिमांड पर अपने साथ ले जा रही है। झारखंड के धनबाद व रांची में बीते कुछ वर्षों में कोल कंपनियों के अधिकारियों से रंगदारी वसूलने में अभिनव की सक्रिय भूमिका थी। वह वर्चुअल नंबरों का इस्तेमाल कर धमकी भरी कॉल करता था। धनबाद में मार्च 2017 में डिप्टी मेयर नीरज सिंह की हत्या के मामले में अंबेडकरनगर निवासी अमन सिंह धनबाद जेल में तथा प्रयागराज निवासी धर्मेंद्र सिंह व रिंकू सिंह रांची जेल में बंद हैं। झारखंड पुलिस की जांच में सामने आया था कि दोनों जेल में रहकर कोल इंडस्ट्री में अपना वर्चस्व बढ़ाने के लिए उत्तर प्रदेश के शूटरों की मदद से संगीन घटनाएं करा रहे हैं।
इसी कड़ी में अभिनव का नाम भी सामने आया था। धनबाद के एक पेट्रोल पंप में की गई फायरिंग की घटना की सीसीटीवी फुटेज में अभिनव की पहचान हुई थी। स्पेशल क्राइम ब्रांच रांची के एडीजी मुरारी लाल मीना ने अभिनव की तलाश के लिए एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश से सहयोग मांगा था। डिप्टी मेयर की हत्या के बाद अभिनव ने मुख्य आरोपित अमन सिंह को अयोध्या के उदासीन आश्रम और फिर वाराणसी व मीरजापुर के कई होटलों में छिपकर रहने की व्यवस्था कराई थी। इस दौरान वह लगातार अमन सिंह के साथ था।
वर्ष 2018 में अभिनव अयोध्या के दर्शननगर की जिला पंचायत सदस्य रेखा चौधरी के पति रामचंदर के साथ मिलकर प्रापर्टी डीलिंग करने लगा था। अभिनव ने रामचंदर की झांसी जेल में बंद मुन्ना बजरंगी से मुलाकात कराकर एक जमीन की करोड़ों रुपये की डील भी कराई थी, जिसके बाद रामचंदर व अभिनव के बीच लेनदेन को लेकर विवाद हो गया था। रामचंदर ने बाद में फैजाबाद कोतवाली में अभिनव व मुन्ना बजरंगी समेत अन्य के विरुद्ध रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में पुलिस ने अभिनव को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
अपराध की चकाचौंध में फंसता चला गया अभिनव : अभिनव ने देहरादून में रहकर एनडीए की तैयारी की थी और फिर लखनऊ विश्वविद्यालय में बीए में दाखिला लिया था। दो साल पढ़ाई के बाद उसने लखनऊ विश्वविद्यालय छोड़ दिया था और अवध विश्वविद्यालय से स्नातक किया था। पूछताछ में सामने आया कि वह अपने मौसेरे भाई कुख्यात अजय सिपाही से प्रभावित होकर अपराधियों के संपर्क में आया था। अयोध्या जेल में उसकी मुलाकात अमन सिंह से हुई थी। वर्ष 2014 में अयोध्या के महराजगंज थानाक्षेत्र में बैंक आफ बड़ौदा की कैश वैन से 1.2 करोड़ रुपये की लूट में आरोपित संदीप सिंह गिरफ्तार हुआ था, जबकि अभिनव ने कोर्ट में समर्पण किया था।
झारखंड की जेलों से मांगी जाती थी रंगदारी : अभिनव ने स्वीकार किया है कि वह अमन सिंह व रिंकू सिंह से मिलने रांची व धनबाद जेल जाता था। अभिनव की दोनों से वाट्सएप व सिग्नल एप के जरिये बातचीत होती थी। अमन सिंह वर्चुअल मोबाइल नंबरों के जरिये रांची व धनबाद जेल के भीतर रहकर रंगदारी मांगता था और उसके इशारे पर अभिनव रंगदारी देने से मना करने वालों पर हमला करता था। कोयले की रैक को लेकर हुए विवाद में नवंबर 2020 में अभिनव व उसके साथी धनबाद निवासी रवि ठाकुर ने झारखंड में भाजपा विधायक ढुल्लू महतो के करीबी राजेश गुप्ता के घर पर बम से हमला भी किया था। अभिनव ने धनबाद स्थित अम्बे कोल सोर्सिंग कंपनी के जीएम रेड्डी की गाड़ी पर फायरिंग भी की थी। इसके अलावा सिटी फ्यूल पेट्रोल पंप के मालिक व धनबाद के व्यवसायी राजेश कुमार सिंह से रंगदारी भी वसूली थी। रिंकू के इशारे पर अभिनव धनबाद जेल के एक अधिकारी की हत्या की योजना भी बना रहा था। जेल अधिकारी का विवरण उसे वाट्सएप के जरिये भेजा गया था। रिंकू सिमह पूर्व में वाराणसी के डिप्टी जेलर अजय त्यागी की हत्या कर चुका है।
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