UP News: बिहार के वांटेड अपराधी की लखनऊ में हत्या, पत्नी-बच्चों को बनाया बंधक-तीन गार्ड फरार
Lucknow news बिहार पुलिस के वांटेड अपराधी की लखनऊ में गोली मारकर हत्या कर दी गई। बाइक सवार तीन युवक फारयिंग करते हुए घर में घुसे पत्नी और बच्चों को कमरे में किया बंद। सुरक्षा में लगे तीन प्राइवेट गार्ड वारदात के बाद से फरार।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। लखनऊ कैंट थाना क्षेत्र में शनिवार को दिन-दहाड़े बाइक सवार तीन बदमाशों ने घर में घुसकर रेलवे ठेकेदार की गोली मारकर हत्या कर दी। इससे पूरे इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है। हत्यारों ने नीलमथा प्राइमरी स्कूल के पीछे रहने वाले वीरेंद्र ठाकुर को निशाना बनाने के दौरान पत्नी और बच्चों को बंधक बनाया था। इसके बाद बाइक सवार बदमाश मौके से फायरिंग करते हुए फरार हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस वीरेंद्र ठाकुर को गंभीर अवस्था में डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल लेकर पहुंची। जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मूलरूप से पश्चिमी चंपारण बिहार निवासी वीरेंद्र पिछले 13 सालों से नीलमथा में दूसरी पत्नी खुशबून तारा और तीन बेटे अंश, ऋषि कुमार और अभिषेक के साथ रह रहे थे। 2019 में भी ठेकेदार वीरेंद्र के ऊपर रेलवे स्टेशन पर हमला हुआ था। उस दौरान उनके पैर में गोली लगने से वह चलने फिरने में सक्षम नहीं थे। तभी से वह बेड थे और मोबाइल से ही लोगों से बात करके ठेकेदारी का काम करते थे।
पत्नी खुशबून तारा के मुताबिक, बाइक सवार तीन लोग फायरिंग करते हुए घर में घुसे थे। उन्होंने बताया कि उनके रोकने पर बदमाशों ने गोली मारने की धमकी दी और दोनों बेटों अंश और ऋषि के साथ एक कमरे में बंद कर दिया। इस दौरान तीसरा बेटा अभिषेक स्कूल गया हुआ था।
पहली पत्नी पर लगाए आरोप : पुलिस के मुताबिक, वीरेंद्र की सिर और गर्दन में गोली लगने से मौत होने की पुष्टि हुई है। हत्या के पीछे पहली पत्नी प्रियंका का नाम सामने आ रहा है। हालांकि, परिवारजनों की ओर से अब तक कोई लिखित शिकायत नहीं दी गई है। बिहार में घरवालों को सूचना दे दी गई है। फिलहाल पुलिस हत्यारों की पहचान करने के लिए आस-पास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।
तीन प्राइवेट गार्डों की भूमिका संदिग्ध : वीरेंद्र ने अपनी सुरक्षा के लिए घर में तीन प्राइवेट गार्ड रखे थे। घटना के दौरान तीनों गेट पर ही तैनात थे। बदमाशों के घर में घुसने पर एक गार्ड ने ही कमरे का दरवाजा खोला था। घटना के बाद से तीनों फरार हैं इनकी भूमिका संदिग्ध है पुलिस इनकी तलाश कर रही है।
सीसी कैमरे के डीवीआर साथ ले गए हत्यारे : पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने अपने बयान में कहा कि घटना के बाद हत्यारे घर में लगे सीसी कैमरे का डीवीआर उखाड़ ले गए हैं। संदेह है कि किसी करीबी ने ही हमला कराया है। पुलिस जल्द ही इन गार्ड्स को पकड़कर मामले का खुलासा करेगी। उन्होंने बताया कि पारिवारिक और ठेकेदारी दोनों की ऐंगल पर पुलिस तहकीकात कर रही है।
ठेकेदार का इतिहास पता लगाने में जुटी पुलिस : कैंट इंस्पेक्टर शिवचरण लाल ने बताया कि रेलवे ठेकेदार वीरेंद्र का इतिहास पता लगाया जा रहा है। बिहार सहित कई अन्य जिलों के थानों में वीरेंद्र के खिलाफ मुकदमें दर्ज होने की बात सामने आई है। पुलिस इसकी जांच में जुटी है इसके आधार पर हत्यारों का पता लगाया जाएगा।
आर्मी प्रिंट कैप लगाए थे हत्यारे : पुलिस को सीसी कैमरे की फुटेज में कार सवार संदिग्ध दिखे हैं, जो आर्मी की प्रिंंट वाली कैप लगाए हुए थे। फुटेज के आधार पर पुलिस अन्य स्थानों की फुटेज देख रही है।