यूपी के हर जिले में निकलेगी विकसित भारत पदयात्रा, युवा जोश से गूंजेगा एकता और स्वदेशी का संदेश
उत्तर प्रदेश में 'विकसित भारत' पदयात्रा का आयोजन किया जाएगा। इस पदयात्रा का मुख्य उद्देश्य युवाओं में एकता और स्वदेशी के संदेश को बढ़ावा देना है। यह पदयात्रा राज्य के हर जिले में आयोजित की जाएगी, जिसमें युवाओं की सक्रिय भागीदारी होगी। इसका लक्ष्य राज्य के कोने-कोने तक 'विकसित भारत' का संदेश पहुंचाना है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। देश के युवाओं में राष्ट्र निर्माण की भावना जगाने और एकता का संदेश फैलाने के लिए केंद्र सरकार ‘विकसित भारत पदयात्रा’ शुरू करने जा रही है। युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय की यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जनभागीदारी से राष्ट्र निर्माण के विजन से प्रेरित है।
इसका पहला चरण 31 अक्टूबर से 25 नवंबर तक सभी जिलों में चलेगा। इस दौरान हर संसदीय क्षेत्र में तीन दिन की आठ से 10 किलोमीटर लंबी यात्राएं निकाली जाएंगी। इससे पहले स्कूलों और कालेजों में निबंध, वाद-विवाद, नुक्कड़ नाटक, स्वदेशी मेले, योग शिविर और स्वच्छता अभियान जैसे कार्यक्रम होंगे। युवाओं को नशामुक्त भारत और स्वदेशी अपनाने की शपथ दिलाई जाएगी।
खेल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीश चंद्र यादव ने गुरुवार को अलीगंज स्थित केंद्रीय भवन में आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि यह अभियान सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती को समर्पित है। इसकी डिजिटल शुरुआत केंद्रीय मंत्री डा. मनसुख मांडविया ने माय भारत पोर्टल से ‘सरदार@150 यूनिटी मार्च’ के रूप में की थी।
अगले दो महीनों तक मोबाइल से मंच तक सरदार पटेल की एकता का संदेश गूंजेगा। जिले की इस पद यात्रा के दौरान सरदार पटेल की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि, सांस्कृतिक कार्यक्रम और उस क्षेत्र के विशिष्ट प्रतिभाओं को प्रमाणपत्र दिया जाएगा। राज्य मंत्री, सांसद, स्थानीय प्रशासन, माय भारत और एनसीसी अधिकारी इन पदयात्राओं का नेतृत्व करेंगे।
मंत्री ने बताया कि पदयात्रा के अगले चरण में 26 नवंबर से छह दिसंबर तक राष्ट्रीय स्तर पर पदयात्रा निकलेगी, जो सरदार पटेल के जन्मस्थान करमसद से स्टैच्यू आफ यूनिटी (केवड़िया) तक 152 किमी की दूरी तय करेगी। इसमें हर जिले से दो से पांच प्रतिनिधि शामिल होंगे।
रास्ते में 150 स्थानों पर सरदार पटेल के जीवन और भारत की विविध संस्कृति पर प्रदर्शनी और सरदार गाथा कार्यक्रम आयोजित होंगे। युवा माय भारत पोर्टल से जुड़कर इसमें भाग ले सकते हैं। वार्ता में खेल सचिव व युवा कल्याण विभाग के महानिदेशक सुहास लालिनाकेरे यथिराज भी मौजूद रहे।
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