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UP: लखनऊ पुलिस ने पकड़ी जातिसूचक शब्द लिखी कानपुर नंबर की वैन, चेतावनी देकर छोड़ा

लखनऊ की नाका हिंडोला कोतवाली पुलिस सरकार का आदेश मिलते ही चारबाग तथा आसपास के क्षेत्र में गाड़ियों पर लिखे जातिसूचक शब्द के खिलाफ अभियान छेड़ा दिया। दुर्गापुरी मेट्रो रेलवे स्टेशन के पास पुलिस ने एक वैन को पकड़ लिया जिस पर जातिसूचक शब्द लिखा था।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sun, 27 Dec 2020 03:46 PM (IST)Updated: Mon, 28 Dec 2020 06:41 AM (IST)
UP: लखनऊ पुलिस ने पकड़ी जातिसूचक शब्द लिखी कानपुर नंबर की वैन, चेतावनी देकर छोड़ा
इसका आदेश सभी आरटीओ ऑफिस को दिया गया है।

लखनऊ, जेएनएन। वाहनों पर जातिसूचक शब्द लिखने वालों के खिलाफ यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार सख्त हो चुकी है। सरकार ने ऐसे वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया है। इसका असर पहले ही दिन दिख गया। लखनऊ के दुर्गापुरी क्षेत्र में वाहन चेकिंग के दौरान कानपुर के रजिस्ट्रेशन नंबर की मारुति वैन मिली जिस पर जातिसूचक शब्द लिखा था। इस पर पुलिस ने चेतावनी देकर इसे हटाने को कहा। हिदायत दी कि गाड़ी पर सिर्फ नंबर मानक के अनुरूप एक निर्धारित साइज में लिखा होना चाहिए, इसके अलावा कुछ नहीं।

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लखनऊ की नाका हिंडोला कोतवाली पुलिस ने आदेश मिलते ही चारबाग तथा आसपास के क्षेत्र में गाड़ियों पर जातिसूचक शब्द लिखने वालों के खिलाफ अभियान छेड़ा दिया। दुर्गापुरी मेट्रो स्टेशन के पास पुलिस ने कानपुर की एक वैन को पकड़ा, जिस पर जातिसूचक शब्द लिखा था। इस पर चालक मुन्ना सक्सेना निवासी कानपुर जुड़वा जमोली को हिदायत दी गई है। हालांकि मास्क न पहनने पर उसका चालान हो गया।

उत्तर प्रदेश में अब वाहनों पर जातिवादी शब्दों को लिखवाने वालों की खैर नहीं। भौकाल दिखाने वालों पर अब प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार का हंटर चलेगा। सरकार की तरफ से पुलिस और परिवहन विभाग को जातिवादी शब्द लिखी गाड़ियों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। उत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में कार के साथ बाइक, बस, ट्रक, ट्रैक्टर और यहां तक ई-रिक्शा पर भी राजपूत, ब्राह्मण, यादव, जाट, क्षत्रिय समेत तमाम जाति सूचक शब्द दिखते हैं। इसको देखने के बाद महाराष्ट्र के शिक्षक हर्षल प्रभु ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था। आइजीआरएस पर उन्होंने उत्तर प्रदेश में दौड़ते इस प्रकार के जातिवादी वाहनों को सामाजिक ताने बाने के लिए खतरा बताया था।

इसके बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने यह शिकायत उत्तर प्रदेश सरकार को भेजी। पीएम ऑफिस से पत्र आने के बाद अपर परिवहन आयुक्त ने जाति लिखे वाहनों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई करने का आदेश सभी आरटीओ ऑफिस को जारी किया था।

परिवहन आयुक्त (प्रशासन) मुकेश चंद्रा ने प्रदेश के सभी प्रवर्तन परिवहन अधिकारियों को निर्देश दिया है कि नंबर प्लेट पर जाति लिखने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करें। ऐसे वाहनों से नियमानुसार पहली बार 500 रुपये और दूसरी बार 1500 रुपये का जुर्माना वसूला जाए। तीसरी बार पकड़े जानें पर ऐसे वाहन चालकों व मालिकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाए। साथ ही कार्रवाई से मुख्यालय को अवगत भी कराएं। 

परिवहन विभाग के मुताबिक वाहनों के पंजीकरण प्लेट पर नंबर के अलावा कुछ भी नहीं लिखा जा सकता है। गाड़ी पर लिखा नंबर स्पष्ट दिखाई पडना चाहिए, लेकिन लोग फैशन या पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए नंबर को आड़े-तिरछे लिखवाते हैं। परिवहन विभाग के मुताबिक वाहनों के नंबर प्लेट पर कोई जाति सूचक शब्द लिखता है तो वह अपराध की श्रेणी में माना जाता है।

नंबर प्लेट पर जाति सूचक शब्द लिखने वाले समाज में गलत संदेश देते हैं। वाहनों के नंबर प्लेट पर नंबर के स्थान पर वाहन स्वामी अक्सर ब्राह्मण, क्षत्रिय, यादव आदि लिखे रहते हैं जो पूरी तरह से गलत है। ऐसे लोगों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी। उत्तर प्रदेश में कार या बाइक ही नहीं बस, ट्रक, ट्रैक्टर व ई-रिक्शा तक पर ब्राह्मण, क्षत्रिय, जाट, यादव, मुगल, कुरेशी लिखा हुआ दिख जाता है।

(डिस्क्लेमर - कॉपी के पुराने वर्जन में कुछ त्रुटियां थीं, जिसमें सुधार करते हुए खबर को अपडेट किया गया है।)


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