उत्तर प्रदेश के 1.62 लाख बूथों पर चलेगा विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान, त्रुटि रहित मतदाता सूची का लक्ष्य
उत्तर प्रदेश निर्वाचन आयोग राज्य के 1.62 लाख बूथों पर विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान चलाएगा। इसका उद्देश्य मतदाता सूची को त्रुटि रहित बनाना है, जिसके लिए सभी राजनीतिक दलों से सहयोग मांगा गया है। इस अभियान में नाम जोड़ने, हटाने और सुधारने का कार्य किया जाएगा, ताकि कोई भी पात्र नागरिक मतदान से वंचित न रहे।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। भारत निर्वाचन आयोग ने जिन 12 राज्यों में विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है उनमें उत्तर प्रदेश भी शामिल है। 22 वर्ष बाद प्रदेश में यह अभियान मंगलवार से शुरू होगा। यह प्रदेश के 1,62,486 बूथों पर एक साथ चलाया जाएगा।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने सभी राजनीतिक दलों से इस अभियान में सहयोग देने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यह अभियान सभी पात्र नागरिकों के नाम मतदाता सूची में शामिल कराने के लिए चलाया जाएगा।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में इससे पहले वर्ष 2003 में विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान चलाया गया था। उन्होंने बताया कि मंगलवार से शुरू हो रहे अभियान के तहत तीन नवंबर तक तैयारी, प्रशिक्षण एवं गणना प्रपत्रों का प्रकाशन किया जायेगा।
चार नवंबर से चार दिसंबर तक बीएलओ घर-घर जाकर गणना प्रपत्रों का मतदाताओं को वितरित करेंगे और उसे भरवाकर वापस लेंगे। नौ दिसंबर को आलेख्य मतदाता सूची का प्रकाशन होगा।
दावे और आपत्तियां दाखिल करने की अवधि नौ दिसंबर से आठ जनवरी तक होगी। नौ दिसंबर से 31 जनवरी तक दावे व आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा। सात फरवरी को अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन होगा।
रिणवा ने बताया कि अभियान को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। इसके लिए सभी जिला निर्वाचन अधिकारी, निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी तथा बूथ लेविल अधिकारी को प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
प्रदेश में इस समय 15.44 करोड़ मतदाता हैं। 75 जिलों में 403 निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, 2,042 सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी और 1,62,486 बूथ लेवल अधिकारी तैनात हैं।

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