UPSSSC Vacancy: युवाओं के लिए खुशखबरी! जूनियर असिसटेंट की वैकेंसी में हुआ इजाफा, जानें आवेदन का तरीका
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) ने कनिष्ठ सहायक के पदों पर भर्ती के लिए चल रही आवेदन प्रक्रिया के बीच युवाओं को बड़ी राहत दी है। भर्ती में 31 विभागों में 450 नए पद और राज्य कर विभाग में 14 नए पद और जोड़े गए हैं। ऐसे में कुल 464 पद बढ़ाए गए हैं। अभी तक 2702 पदों के लिए विज्ञापन जारी किया गया था।

बुधवार से पहले कर लें आवेदन
ऐसे करें आवेदन
- सबसे पहले यूपीएसएसएससी की आधिकारिक वेबसाइट upsssc.gov.in पर जाएं.
- होमपेज पर Live Advertisements पर क्लिक करें.
- Direct Recruitment under Advt. No: 12-Exam/2024 starting from 23/12/2024 को सेलेक्ट करें.
- दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए अपना आवेदन पत्र भरें.
- सभी जरूरी डॉक्यूमेंट्स अपलोड करें और आवेदन शुल्क का भुगतान करें.
- आवेदन पत्र का प्रिंटआउट निकालकर आगे की जरूरत के लिए सुरक्षित रख लें.
एलटी भर्ती में टीआर बदलने में फंसेंगे यूपी बोर्ड के कई और कर्मचारी
वहीं, वर्ष 2012 की एलटी ग्रेड भर्ती में प्रयागराज मंडल में 22 अभ्यर्थियों के चयन के लिए यूपी बोर्ड के टेबुलेशन रजिस्टर (टीआर) के पन्ने बदलने के गंभीर आरोप में पांच कर्मचारियों पर मुकदमा जरूर दर्ज हुआ है, लेकिन इसमें कई और फंसेंगे। टीआर का पन्ना और संबंधित अभ्यर्थी के स्कूल से भी रिकार्ड गायब होने का मामला सामने आने के बाद भी एफआइआर दर्ज न कराना तत्कालीन अधिकारियों को महंगा पड़ सकता है।
वर्ष 2012 में राजकीय हाईस्कूलों में एक प्रधानाध्यापक तथा सात सहायक अध्यापकों का पद सृजन हुआ था। उस समय मेरिट के आधार पर मंडल स्तर पर भर्ती होती थी। ऐसे में सुनियोजित तरीके से अधिक अंक दर्शा कर फर्जी मार्कशीट तैयार की गई, ताकि मेरिट के आधार पर चयन हो सके।
बाद में सत्यापन में मामला पकड़ में न आए, इसके लिए बोर्ड के टीआर का पेज बदलकर स्कूल का रिकार्ड भी गायब कर दिया गया। वर्ष 2016 में सत्यापन का एक मामला आया तो क्षेत्रीय कार्यालय प्रयागराज के तत्कालीन अधिकारियों/कर्मचारियों ने अनसुना कर दिया। इसके बाद अभ्यर्थी ने स्कूलों से अपने रिकार्ड जुटाकर क्षेत्रीय कार्यालय में प्रस्तुत किया, तब पता चला कि टीआर का पेज फाड़ा गया है।
यह रिपोर्ट उस समय गठित जांच समिति ने दी है। उस समय मामले में एफआइआर दर्ज नहीं कराए जाने को भी साजिश का हिस्सा माना जा रहा है। अब मुकदमा दर्ज होने के बाद तत्कालीन अधिकारियों को जांच के दौरान जवाब देना होगा कि मामला सामने आने के बाद कार्यवाही क्यों नहीं की गई।
अब जिन पांच कर्मचारियों के विरुद्ध सिविल लाइंस थाने में क्षेत्रीय कार्यालय प्रयागराज के उप सचिव (प्रशासन) अतुल कुमार सिंह ने मुकदमा दर्ज कराया है, उनमें से तीन सेवानिवृत्त हो गए हैं और दो कर्मचारी वर्तमान में बोर्ड मुख्यालय में कार्यरत हैं। बोर्ड सचिव भगवती सिंह ने मामला सामने आने के बाद इसे गंभीरता से लिया है। अब कार्यरत दोनों कर्मचारियों की नौकरी पर खतरा मंडरा रहा है। मामले में बोर्ड विधिक राय भी ले रहा है।

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