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    UPPCL Update: बिजली बिल वसूली में पिछड़ने पर दो मुख्य अभियंता पर गिरी गाज, कारपोरेशन अध्यक्ष ने की कार्रवाई

    उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन (UPPCL) ने बिजली बिल वसूली में पिछड़ने पर गाजियाबाद और कानपुर के दो मुख्य अभियंताओं को निलंबित कर दिया है। कारपोरेशन के अध्यक्ष ने 15 सितंबर से विद्युत अनुरक्षण अभियान चलाने का भी निर्देश दिया है जिसमें ट्रांसफार्मरों की सुरक्षा पर ध्यान दिया जाएगा। स्मार्ट मीटर की जांच जारी रखने और उपभोक्ता शिकायतों के निवारण को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए गए है।

    By hemant kumar srivastava Edited By: Shivam Yadav Updated: Wed, 27 Aug 2025 09:15 AM (IST)
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    बिजली बिल वसूली में पिछड़ने पर दो मुख्य अभियंता हटाए गए

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। पावर कारपोरेशन अध्यक्ष डा. आशीष कुमार गोयल ने गाजियाबाद (प्रथम) के मुख्य अभियंता अशोक कुमार और कानपुर (द्वितीय) के मुख्य अभियंता एएन गुप्ता को स्थानांतरित करते हुए मुख्यालय से संंबद्ध करने का आदेश दिया है। दोनों के खिलाफ यह कार्रवाई बिजली बिल वसूलने में लक्ष्य से पिछड़ने और विद्युत लाइन हानियां बढ़ने पर की गई।

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    पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष गोयल ने मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से विद्युत वितरण निगमों की समीक्षा के दौरान लापरवाही पाए जाने पर उपरोक्त आदेश दिए। 

    अध्यक्ष ने निर्देशित किया कि 15 सितंबर से 15 अक्टूबर तक प्रदेश में विद्युत अनुरक्षण माह मनाया जाएगा। इस अवधि में अनुरक्षण से संबंधित सभी आवश्यक कार्य पूरे करा लिए जाएं। ट्रांंसफार्मरों की सुरक्षा और उनकी फेंसिंग के कार्य जरूर कराए जाएं।

    मुख्य अभियंताओं ने अध्यक्ष को बताया कि उनके क्षेत्र में कहीं भी स्मार्ट मीटर तेज चलते हुए नहीं पाए गए। लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद, मथुरा, प्रयागराज, कानपुर के अभियंताओं ने बताया कि क्षेत्र में चेक मीटर लगाकर भी स्मार्ट मीटर चेक किए गए लेकिन एक भी स्मार्ट मीटर तेज चलता नहीं पाया गया। अध्यक्ष ने निर्देशित किया कि स्मार्ट मीटर की जांच लगातार की जाए।

    अध्यक्ष ने कहा कि टोल फ्री नंबर 1912 पर आने वाली शिकायतों के निस्तारण की जांच में पाया गया है कि अनेकों मामलों में समस्या का समाधान किए बिना शिकायतें निस्तारित की गईं। ऐसा जिन्होंने भी किया है उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। 

    उपभोक्ता की उचित संतुष्टि तक शिकायतों का निस्तारण करके ही कार्यवाही बंद की जाए। उन्होंने कहा कि कार्मिकों की चरित्र पंजिका (एसीआर) समय से भरी जाएं अन्यथा प्रोन्नति प्रभावित होती है। 

    बिजनेस प्लान वर्ष 2023-24 के कार्यों से संंबंधित भुगतान सितंबर तक कर दिया जाए। विलंब करने पर जिम्मेदारी तय की जाएगी। समीक्षा बैठक में पावर कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक पंकज कुमार भी उपस्थित थे।